डलहौजी/चंबा: नगर परिषद डलहौजी के चुनाव होने के बाद भाजपा को नौ में से आठ सीट आई थी. उसके बाद गुटबाजी की वजह से बहुमत हासिल नहीं हो पा रहा है, लेकिन एक तरफ भाजपा के प्रत्याशी डीएस ठाकुर के पास चार सीट थी, तो वहीं दूसरी ओर योजना बोर्ड के सदस्य मनोज चड्ढा के पास भी चार सीट थी. एक सीट कांग्रेस पार्टी समर्थित उमीदवार ने जीती थी, जिसके चलते पांच का आंकड़ा पार करना मुश्किल हो रहा था.
ऐसे में इसी बीच सरकार ने चंबा प्रभारी एव वन मंत्री राकेश पठानिया की ड्यूटी लगाई और गुटों में बंटी भाजपा को एक मंच पर लाने का प्रयास किया. डलहौजी नगर परिषद भाजपा को हो गई हालाकि सभी 9 के 9 पार्षद मौजूद रहे और डीएस ठाकुर के गुट को अन्य भाजपा पार्षदों ने समर्थन दिया. जिसके बाद आज अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का चयन हो गया.
चंबा भाजप में गुटबाजी पर वन मंत्री ने दी सफाई
वहीं, दूसरी ओर वन मंत्री राकेश पठानिया का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से डलहौजी नगर परिषद का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद किन्ही कारणों की वजह से लटका हुआ था. आज उन पदों को सर्वसम्मति के साथ चुना गया है, जिसमें अध्यक्ष पद पर रीना शर्मा और उपाध्यक्ष पद पर संजीव पठानिया विराजमान हुए हैं.
भाजपा के ही हैं नौ में से नौ पार्षद
बता दें कि चुनाव परिणा की घोषणा के बाद चंबा भाजपा में गुटबाजी नजर आ रही थी. जिसकी वजह से यह कार्य लटका रहा था, लेकिन अब गुटबाजी खत्म कर दी गई है और डलहौजी में नौ में से नौ पार्षद भाजपा के ही हैं.
हालांकि जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो वन मंत्री गुस्से से लाल-पीले हुए दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि किसी तरह की कोई गुटबाजी नहीं है. ऐसे में मीडिया को ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा है कि अक्सर बड़ा परिवार है, गुटबाजी होती है, लेकिन हमने इस गुटबाजी को खत्म कर दिया है और अब हमारा ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर बीजेपी समर्थित उम्मीदवार हैं.
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