चंबाः जिला के विकास खंड मैहला में उपभोक्ताओं को बायोमेट्रिक के माध्यम से राशन न उपलब्ध न करवाकर मैनुअल आधार पर राशन देना डिपोधारकों को महंगा पड़ा. खाद्य आपूर्ति विभाग चंबा ने ऐसे 35 डिपोधारकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन के भीतर जवाब मांगा है. उचित जवाब न मिलने पर कार्रवाई होना तय है. यदि किसी अन्य डिपोधारक की ओर से ऐसा किया गया है तो उसे चिन्हित कर उसके खिलाफ भी कार्रवाई होना तय है.
कोरोना काल में सरकार व खाद्य आपूर्ति विभाग ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. इस दौरान कई बार राशन न मिलने तक की शिकायतें संबंधित विभाग के पास आती रहती हैं. विभाग के अनुसार सरकार की ओर से भी इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई थी कि उपभोक्ताओं को बायोमेट्रिक के आधार पर राशन दिया जाए. इस दौरान यदि किसी पंचायत में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो आधार नंबर लेकर उपभोक्ता के मोबाइल पर आने वाले ओटीपी की मदद से संबंधित उपभोक्ताओं को राशन मुहैया करवाया जा सकता है, ताकि राशन के आवंटन में पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे. इस दौरान यह भी तय किया गया था कि डिपो होल्डर डिपो पर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था करेंगे.
क्या कहते हैं जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक
वहीं, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक अरविंद शर्मा ने कहा कि डिपो पर राशन लेने पहुंचने वाले प्रत्येक उपभोक्ता को राशन वितरित करने से पहले उसका हाथ सैनिटाइज करवाने के साथ ही बायोमेट्रिक को भी सैनिटाइज करेंगे. बायोमेट्रिक का इस्तेमाल एक बार होने के बाद फिर से उसे सैनिटाइज किया जाएगा, लेकिन, इसके बावजूद उक्त उपभोक्ताओं द्वारा मैनुअल तौर पर राशन दिया गया, जिस पर उन्हें विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया।.
35 राशन डिपोधारकों को जारी किया कारण बताओ नोटिस
वहीं, उन्होंने बताया कि इन नियमों की अवहेलना करने पर 35 राशन डिपोधारकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. कोरोना काल के दौरान सैनिटाइजेशन की व्यवस्था करते हुए बायोमेट्रिक के माध्यम से राशन वितरित करना सुरक्षित है. यदि मैनुअल तरीके से राशन दिया जाता है रजिस्टर पर हस्ताक्षर करते समय पूरा हाथ उस पर लगता है, जिससे संक्रमण का खतरा रहता है. नियमों की अवहेलना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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