चंबाः जिले के पहाड़ी इलाकों में किसानों ने मक्की की फसल की बिजाई शुरू कर दी है. बता दें कि पिछले काफी दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से जमीन में नमी आ चुकी है. बिजाई के लिए पर्याप्त नमी होने के बाद पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों ने मक्की की बिजाई शुरू की है. कर्फ्यू के बीच कृषि और बागवानी के कार्यों के लिए सरकार ने छूट दी है. उसी का लाभ उठाते हुए किसानों ने मक्की की बिजाई शुरू की है.
चंबा के पहाड़ी इलाकों में तापमान सामान्य ही रहता है, जिसके चलते मई के महीने में मक्की की फसल की बिजाई करना अनिवार्य हो जाता है. ऐसे में भारी बारिश होने के बाद किसानों ने समय ना गवाते हुए बिजाई शुरू कर दी है.
मक्की के साथ मटर आलू की फसल की भी होती है बिजाई
पहाड़ी इलाकों में किसान मक्की के साथ आलू और मटर की फसल की बिजाई भी करते हैं. पहाड़ी इलाका होने के बावजूद ठंड काफी होती है और तापमान भी सामान्य ही रहता है. ऐसे में मौसम को देखते हुए लोग फसलों की बिजाई करते हैं, ताकि आने वाले समय में उन्हें बेहतर फसल मिल सके.
क्या कहते हैं स्थानीय किसान
वहीं, किसानों का कहना है कि चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों में मक्की की फसल की बिजाई के साथ आलू और मटर की फसल की बिजाई भी करते हैं. किसानों ने कहा कि जितनी अधिक बारिश बीजाई के बाद होती है उतनी ही फसलों के लिए बेहतर मानी जाती है.
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