चंबा: लोकसभा और विधानसभा निर्वाचनों की प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न करवाने में निर्वाचन कर्मियों की बहुत बड़ी अहम भूमिका रहती है. भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पूरे विश्व में सबसे बड़ी है और निर्वाचन इस व्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ है. उपायुक्त चंबा ने यह बात बुधवार को बचत भवन में कही.
यहां लोकसभा और विधानसभा निर्वाचनों के कार्य में बेहतरीन और निरंतर सेवाएं देने वाले निर्वाचन कर्मियों के लिए पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विवेक भाटिया ने कहा कि अपने विभागीय दायित्व को निभाने के अलावा निर्वाचन की प्रक्रिया से जुड़े कार्यों को भी बखूबी अंजाम देने वाले अधिकारी और कर्मचारी प्रशंसा के पात्र हैं.
डीसी चंबा विवेक भाटिया ने कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिमाचल प्रदेश के दिशा-निर्देशों के अनुरूप चंबा जिला में भी उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाना था, जिन्होंने पिछले कई निर्वाचनों में अपनी भूमिका को पूरी निष्ठा, लगन और प्रतिबद्धता के साथ निभाया है.
उपायुक्त ने जिला के शिक्षकों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि वे भविष्य में आने वाले निर्वाचनों के दौरान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को सर्वोपरि रखते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें.
उपायुक्त ने जिन शिक्षकों को इस मौके पर बतौर पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी प्रमाण पत्र और समृति चिह्न देकर सम्मानित किया उनमें 13 बार निर्वाचन और उप निर्वाचन में ड्यूटी निभाने वाले अशोक कुमार प्रवक्ता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बनीखेत के अलावा केसरी सिंह प्रशिक्षित स्नातक अध्यापक राजकीय माध्यमिक विद्यालय मदन (11 बार).
सुभाष चंद प्रवक्ता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तीसा (11 बार), केवल कृष्ण जेबीटी राजकीय प्राथमिक विद्यालय लेसुईं (8बार), राजेंद्र कुमार प्रशिक्षित स्नातक अध्यापक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बाथरी (8 बार) और ज्ञान सिंह ठाकुर प्रवक्ता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मंजीर (7 बार) शामिल रहे. कार्यक्रम में तहसीलदार निर्वाचन संजय कुमार राठौर भी मौजूद रहे.
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