चंबाः कोरोना वायरस महामारी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं जिसके चलते अर्थव्यवस्था भी पूरी तरह से चौपट होती हुई नजर आ रही है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश की टूरिज्म इंडस्ट्री भी इस महामारी की चपेट में आ गई है. प्रदेश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल डलहौजी व खजियार में अभी सैकड़ों होटल वीरान है.
पूरा एक साल होने के बाद भी पटरी पर नहीं लौट सका कारोबार
प्रदेश कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और डलहौजी विधायिका आशा कुमारी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि इस महामारी ने सब चौपट कर दिया है लेकिन डलहौजी में टूरिज्म बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. यहां पर होटल के साथ-साथ टैक्सी चालक, घोड़े वाले और कुली का काम करने वाले लोगों का रोजगार भी प्रभावित हुआ है. इस महामारी को पूरा एक साल होने के बाद भी कारोबार पटरी पर नहीं लौट सका.
कोई विशेष पैकेज जारी करे सरकार
आशा कुमारी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार को टूरिज्म इंडस्ट्री को जिंदा रखने के लिए कोई विशेष पैकेज देना होगा ताकि इस कारोबार से जुड़े लोग राहत की सांस ले सकें. आशा कुमारी ने बताया कि सरकार को टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े टैक्स को माफ करना चाहिए. उसके अलावा बिजली-पानी के बिल भी माफ कर देना चाहिए.
होटल कर्मचारियों को भेजा घर
बता दें कि डलहौजी में ढाई सौ से अधिक होटल गेस्ट हाउस, होमस्टे आदि शामिल हैं और इस महामारी ने सब का कारोबार चौपट करके रख दिया है. होटल बंद है और कर्मचारियों को घर भेज दिया गया है. कारोबारी परेशान हैं कि महामारी का 1 साल पूरा होने के बाद भी कारोबार पटरी पर नहीं लौट सका है. कोरोना से होटल के साथ-साथ टैक्सी चालकों, घोड़े और कुली का काम करने वाले लोग भी इस महामारी से प्रभावित हुए हैं.
क्या कहती हैं आशा कुमारी
आशा कुमारी का कहना है कि इस महामारी के दौर में टूरिज्म इंडस्ट्री पूरी तरह से प्रभावित हुई है, जिसके चलते होटल बंद पड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को किसी विशेष पैकेज का ऐलान करना होगा ताकि डूबती हुई टूरिज्म इंडस्ट्री को सहारा मिल सके.
ये भी पढ़ें: निगम भंडारी ने वैक्सीनेशन प्रक्रिया पर उठाए सवाल, सरकार पर बोला हमला