चंबा: सिविल अस्पताल डलहौजी ने एक बार फिर से कायाकल्प अवॉर्ड हासिल किया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने 2016 में शुरू इस कार्यक्रम के तहत सिविल अस्पताल डलहौजी 2018 में भी पहले स्थान पर रहा और 25 लाख रुपए की अवॉर्ड राशि भी हासिल की थी.
572 स्कोर के साथ पहले स्थान पर चंबा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेश गुलेरी ने बताया कि वर्ष 2020-21 के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं के मानदंडों के आधार पर जो रैंकिंग जारी की गई है उसमें सिविल अस्पताल डलहौजी एक बार फिर 572 स्कोर के साथ पहले स्थान पर है. सिविल अस्पताल करसोग दूसरे और सिविल अस्पताल सुन्नी तीसरे स्थान पर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह अवॉर्ड स्वास्थ्य संस्थानों में विभिन्न तरह की सुविधाओं की उपलब्धता के आधार पर दिया जाता है. गौरतलब है कि चंबा जिला केंद्र सरकार की एस्पिरेशनल जिला योजना का भी हिस्सा है.
सभी की मेहनत और सहभागिता से पाया मुकाम
चंबा जिला प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है जो एस्पिरेशनल है. ऐसे में यदि चंबा जिला का कोई स्वास्थ्य संस्थान समूचे प्रदेश में शीर्ष पर रहता है तो इसका श्रेय उस संस्थान में कार्य करने वाले चिकित्सकों और अन्य स्टाफ को भी जाता है. सिविल अस्पताल डलहौजी जिले में कोविड अस्पताल के तौर पर भी अपने दायित्व को बखूबी अंजाम दे रहा है.
सिविल अस्पताल डलहौजी के प्रभारी डॉक्टर विपिन ठाकुर ने कहा कि सिविल अस्पताल डलहौजी को 2016, 2017 और 2019 में प्रशंसा पुरस्कार प्राप्त हुआ था, जबकि 2018 में पूरे प्रदेश में पहला स्थान मिला. उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल डलहौजी को इस मुकाम तक लाने में सभी की मेहनत और सहभागिता है. उन्होंने कहा कि पूरी टीम इसके लिए प्रशंसा के काबिल है और भविष्य में भी इस स्वास्थ्य संस्थान को बेहतर सुविधाएं देने के मकसद से जाना जाए, इसके पूरे प्रयास रहेंगे.
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