चंबा: कोरोना संकट से निपटने के लिए कर्मवीर अपने घर, परिवार,सगे संबंधियों को छोड़ कर ड्यूटी पर डटे हुए हैं. जिला चंबा की बात की जाए तो यहां पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेश गुलेरी डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं.
बता दें कि उनका बेटा यूरोप में फंसा है. पत्नी आईजीएमसी में सेवाएं दे रही है. माता धर्मशाला में बेटे के आने की राह ताक रही हैं, लेकिन इन सभी परिस्थितियों में भी चंबा जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेश गुलेरी अपने घर जाने की बजाए कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं.
सीएमओ चंबा पिछले चालीस दिनों से अपने परिवार से नहीं मिल पाए हैं. इसको लेकर उनके चेहरे पर मायूसी झलकने की बजाए कोरोना महामारी को हराने का जब्जा साफ दिखाई देता है. 80 साल की माता उनसे घर आने के बारे में पूछती हैं तो उनका यही जवाब होता है कि कोरोना महामारी के खत्म होते ही वह जल्द घर लौटेंगे और परिवार के साथ समय व्यतीत करेंगे.
कुल मिलाकर सीएमओ चंबा डॉक्टर राजेश गुलेरी कोरोना संकट से निपटने के लिए हीरो की भूमिका ही अदा कर रहे हैं, जो अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणादायक है. सीएमओ डॉक्टर राजेश गुलेरी ने बताया कि कोरोना संकट से जहां पर देश के योद्धा निपटने के लिए दिन-रात डटे हुए हैं, तो वह भी इससे पीछे नहीं रह सकते हैं.
वर्तमान समय में सभी की निगाहें चिकित्सकों पर टीकी रहती हैं, लिहाजा,चंबा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद आसीन होने पर वह किसी भी तरह पीछे नहीं हट सकते हैं. पिछले 40 दिनों से वह यहीं पर डटे हुए हैं. इसके अलावा वीड़ियों कॉम्प्रेंसिंग के जरिए भी आलाधिकारी उचित दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं.