चंबा: जनजातीय क्षेत्र भरमौर की होली घाटी के चोली एरिया को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा. इस कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए दो करोड़ की राशि का प्रावधान जनजातीय उपयोजना में किया जाएगा. गुरूवार को उपमंडल मुख्यालय भरमौर में संपन्न हुई परियोजना सलाहकार समिति की बैठक में भरमौर-पांगी के विधायक जिया लाल कपूर ने यह खुलासा किया है.
विधायक ने कहा कि भरमौर के चोली क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा. बैठक में विधायक कपूर ने कहा कि भरमौर उपमंडल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इस क्षेत्र को भी पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए जमीनी स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं. चोली में वन विभाग द्वारा ईको टूरिज्म के तहत विकसित करने हेतु 2 करोड़ रुपए की धनराशि का जनजातीय उपयोजना के तहत प्रावधान किया जाएगा, ताकि इस क्षेत्र नैसर्गिक सौंदर्य का सही तरीके से दोहन किया जा सके.
विधायक ने इसके लिए वन विभाग को बैठक में एक कार्य योजना बनाने के भी निर्देश जारी किए गए. बैठक में विधायक ने ग्राम पंचायतों में करवाए जा रहे विकास कार्यों की गुणवता पर विशेष ध्यान रखने के आदेश खंड विकास अधिकारी को दिए हैं साथ ही विधायक ने खंड विकास अधिकारी को विभिन्न पंचायतों में लंबित पड़े कार्यों को पूरा करने के निर्देश भी दिए हैं.
वहीं, बैठक में वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष भरमौर के भरमौर, सवाई व त्रेहटा वन परिक्षेत्र में लगभग 45 लाख रुपए व्यय कर 94 हेक्टेयर भूमि में विभिन्न प्रजातियों के 372516 पौधे रोपित किए गए हैं और नर्सरीयों में नई पौध तैयार करने के लिए 10 लाख रुपए की धनराशि का भी प्रावधान किया गया है.
वहीं, सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिशाषी अभियंता को हड़सर में सीवरेज के कार्य को शीघ्र आरंभ करने के निर्देश जारी किए. बैठक में विधायक ने भरमौर में स्वास्थ्य सुविधाओं का ब्यौरा भी खंड चिकित्सा अधिकारी से मांग और उन्होंने टैली मेडिसन सुविधा का भी खंड चिकित्सा अधिकारी से चर्चा की. जिस पर बीएमओ भरमौर डॉक्टर अंकित ने बताया कि लोगों को स्किन, ऑर्थो व कार्डियो रोगियों को उपचार के लिए लाभान्वित किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- 'बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटका रही बीजेपी, CAA कानून हो निरस्त'