चंबा: कोविड-19 संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग में हुए पीपीई किट और अन्य कोरोना उपकरण मामले में कथित घोटाले को लेकर युवा कांग्रेस चंबा भी उग्र हो गई है. सोमवार को जिला मुख्यालय में युवा कांग्रेस चंबा के कार्यकर्त्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. इसमें प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई.
साथ ही स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित पीपीई किट घोटाले की न्यायिक जांच की मांग उठाई. इसके बाद युवा कांग्रेस अध्यक्ष चंबा कपिल भूषण की अगुवाई में एसी चंबा के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा और घाटाले की निष्पक्ष जांच का आग्रह किया.
जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष कपिल भूषण ने कहा कि कुछ दिन पहले प्रदेश में स्वास्थ्य उपकरणों और पीपीई किट खरीद में घोटाले का खुलासा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग के इस घोटालें में स्वास्थ्य निदेशक व भाजपा से जुड़े नेता का ऑडियो वायरल हुआ. जिसमें पांच लाख रुपये की रिश्वत स्वास्थ्य निदेशक को देने की बात हुई. इससे पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई और यह घोटाला प्रदेश की जनता के समक्ष उजागर हुआ. कोरोना जैसी महामारी के बीच इस तरह के घोटालें से प्रदेश में सरकार की खूब किरकिरी हुई है.
कपिल भूषण ने कहा कि विपक्ष के दबाव के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. इस विकट परिस्थिति में घोटाले से देवभूमि शर्मसार हुई है. स्वास्थ्य मंत्री का पद रिक्त होने के चलते विभाग मुख्यमंत्री के अधीन है.
ऐसे में कोरोना के दौरान यह घोटाला होने से मुख्यमंत्री प्रमुखता के आधार पर इस्तीफा दें. उन्होंने राज्यपाल से मांग की है कि इस मामले की न्यायिक जांच की जाए. साथ ही संलिप्त नेताओं व अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के निदेशक की वायरल ऑडियो की जांच उच्च न्यायालय के पीठासीन से करवाए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस उग्र हो गई है. इसी क्रम में सोमवार को जिला युवा कांग्रेस चंबा के पदाधिकारियों ने डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया साथ ही एसी चंबा के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच करवाए जाने की मांग उठाई.
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