चंबा: मनोहर हत्याकांड मामले को लेकर आज जिला मुख्यालय चंबा में विभिन्न संगठनों द्वारा आक्रोश रैली निकाली गई. जिसमें मनोहर हत्याकांड में जो आरोपी हैं उन्हें फांसी की सजा देने की मांग उठाई गई. इस मौके पर कई संगठनों के लोगों द्वारा मुख्य बाजार से लेकर उपायुक्त कार्यालय चंबा तक आक्रोश रैली निकाली गई और उपायुक्त कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
आक्रोश रैली के दौरान लोगों की सरकार से यही मांग है कि जिस तरीके से मनोहर की हत्या हुई है. उस तरीके की आइंदा दर्दनाक हत्या कहीं पर भी देखने को ना मिले. ऐसे में बार-बार सरकार से वह प्रशासन से मनोहर के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की जा रही है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से जिला चंबा में धारा 144 लागू कर दी गई है और जगह-जगह पुलिस तैनात कर दी गई है, ताकि किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही ना बरती जाए.
क्या है पूरा मामला: जानकारी के मुताबिक सलूणी के संघणी गांव के दलित युवक मनोहर उम्र 28 साल का दूसरे समुदाय की भांदल गांव की नाबालिग लड़की में प्रेम प्रसंग था. इसका पता उनके परिवारों को चल गया था. जिसके बाद दोनों परिवार में काफी समय से तनातनी चल रही थी. आरोप है कि इस बीच 6 जून को लड़की के परिजनों ने युवक को बातचीत के बहाने अपने घर बुलाया. इसके बाद उन्होंने घर में पीट-पीटकर उसे मार दिया. फिर शव के तेजधार हथियार से टुकड़े कर उन्हें बोरी में भरकर नाले में पत्थरों के नीचे दबा दिया.
6 जून को लापता हुआ था मनोहर, इस दिन बरामद हुआ था शव: युवक के घर ना पहुंचने पर 6 जून को ही परिजनों ने पुलिस थाना किहार में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. मनोहर लाल खच्चरों पर सामान ढोता था. बताया जा रहा है कि मनोहर लाल पंझियारा नाम की जगह से लड़की के घर के लिए रवाना हुआ था. उस वक्त उसकी 2 खच्चरें भी साथ थी. 2 दिनों तक खच्चरें वहीं खड़ी रही. इससे ग्रामीणों को शक हुआ कि मनोहर की खच्चरें जब यहां हैं तो वह भी आसपास में ही मिल सकता है. 9 जून को पंझियारा में तलाश के वक्त दुर्गंध से पता चल पाया कि नाले में मनोहर का शव है. वहीं, घटना से जुड़ी वीडियो और कुछ फोटो भी सोशल मीडिया में वायरल हुए.
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