चंबा: कोरोना के साथ-साथ अब प्रशासन को मानसून का डर भी सताने लगा है. मानसून की आपदा से निपटने को लेकर जिला प्रशासन प्लान तैयार करने में लग गया है. चंबा में असुरक्षित सरकारी और निजी भवनों का अपडेटेड डाटा तैयार किया जाएगा ताकि मानसून में कोई बड़ा हादसा ना हो.
उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया ने मानसून की तैयारियों के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की. असुरक्षित सरकारी और निजी भवनों के अपडेटेड डाटा की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के पटवारी, पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक को दी गई हैं.
वहीं, जिला के सभी एसडीएम अपने अपने उपमंडलों की इस रिपोर्ट को जिला प्रशासन को भी भेजेंगे ताकि समय रहते कार्य योजना को बनाया जा सके. डीसी चंबा ने कहा कि आकलन करके रिपोर्ट तैयार करने वाली टीम इस काम को व्यावहारिक और प्रभावी तरीके से पूरा करना सुनिश्चित बनाएं.
इसके अलावा जिला में संवेदनशील जगहों और चिन्हित जगहों पर मशीनरी को लोक निर्माण विभाग की ओर से पहले ही तैनात करना सुनिश्चित करने के बारे में डीसी चंबा ने अधिकारियों को निर्देश दिए. विवेक भटिया ने बताया कि बरसात और सर्दियों के सीजन के दौरान सड़कों के अवरुद्ध होने की रियल टाइम सूचना लोगों तक पहुंचाने के लिए भी एक मैकेनिज्म तैयार किया जाएगा. इसके माध्यम से लोग अपने मोबाईल फोन पर भूस्खलन या किसी अन्य वजह से अवरुद्ध हुई जगह की सूचना फोटो सहित ले पाएंगे.
उपायुक्त ने शहर के एंट्री पॉइंट पर बालू से लेकर ततवानी तक की सड़क को पक्का करने के काम को अगले 15 दिनों के भीतर पूरा करने के भी निर्देश दिए ताकि लोगों को आ रही दिक्कतें दूर हो सकें. उन्होंने नेशनल हाईवे के अधिकारियों को हेलीपैड के नीचे से जाने वाली सड़क को भी पक्का करके जल्द वाहनों की आवाजाही के लिए खोलने के लिए कहा ताकि ट्रैफिक का वन वे सिस्टम लागू किया जा सके.
कुल मिलाकर कहा जाए तो मानसून की आपदा से निपटने के लिए चंबा प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.