चंबा: ब्रिटिश ग्रुप इंग्लैंड के सदस्य मंगलवार को विश्व प्रसिद्ध चंबा रुमाल की बारीकियां सीखने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचीं. इस दल में 18 महिलाएं शामिल हैं. दल दो गाइडों की मदद से चंबा पहुंचा.
राज्य स्तरीय सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित चंबा रुमाल की कढ़ाई में विशिष्टता हासिल कर चुकीं सिराज बेगम से महिलाओं के दल ने मुलाकात की. सिराज ने उन्हें चंबा रूमाल की बारीकियां सिखाईं. सिराज बेगम ने बताया कि विदेशी महिलाएं दो दिन तक यहां रुककर चंबा रूमाल बनाने का प्रशिक्षण लेंगी,
चंबा रूमाल रेशम व सूती कपड़े पर कढ़ाई करके तैयार किया जाता है. छोटे रूमाल के लिए एक दिन और टेबल, दीवार फ्रेम व बिस्तर की चादर के लिए एक सप्ताह से लेकर दो माह का समय लग जाता है. इसकी वजह यह होती है कि कढ़ाई में इस्तेमाल होने वाला टांका बेहद बारीकी से लगाया जाता है.चंबा रूमाल विश्व भर में प्रसिद्ध है. ऐसे में विदेशी भी इस कला को सीखने के लिए काफी उत्साहित रहते हैं.