बिलासपुर: पंचायती राज चुनावों को लेकर लोगों का इंतजार खत्म होने वाला है. पहले चरण के मतदान को लेकर इंतजार की घड़ियां रविवार खत्म हो जाएंगी. पहले चरण की मतदान प्रक्रिया के तहत जिला के तहत 60 पंचायतों में मतदान होगा. इसके लिए पोलिंग पार्टियां भी रवाना हो गई हैं, जो मतदान करवाएंगी. मतदान को लेकर कर्मियों को बाकायदा ट्रेनिंग भी दी गई है.
पंचायती राज चुनावों में ड्यूटी देंगे 2700 कर्मी
जानकारी के अनुसार पंचायती राज चुनावों को लेकर इस बार करीब 27 सौ कर्मी ड्यूटी देंगे. चुनावों को लेकर मतदाताओं में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है. पहले चरण की पंचायती राज चुनावी प्रक्रिया के तहत 60 पंचायतों में मतदान होगा, जिसमें सदर क्षेत्र की 17, घुमारवीं की 20, झंडूता की 14 व नैना देवी क्षेत्र की नौ पंचायतें शामिल हैं.
तीन चरणों में होगा मतदान
इन पंचायतों में मतदान प्रक्रिया करवाने को लेकर चुनाव आयोग की ओर से पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. बता दें कि पंचायती राज चुनावी प्रक्रिया के तहत तीन चरणों में मतदान होगा. पहला चरण 17 जनवरी, दूसरा चरण 19 जनवरी, तीसरा चरण 21 जनवरी को होगा. इसके लिए चुनाव आयोग की ओर से पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को निर्देश भी जारी किए गए हैं.
चुनावों में ड्यूटी देने के लिए दिया गया प्रशिक्षण
वहीं, डयूटी पर तैनात कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है. ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया गया था. इसके अलावा फिजिकल तौर पर भी कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है. इस बारे में जिला पंचायत अधिकारी शशीबाला ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. उन्होंने बताया कि पोलिंग पार्टियां संबंधित पंचायतों के लिए रवाना हो गई हैं. पहले चरण के तहत 60 पंचायतों में मतदान होगा.
एसडीएम आफिस में देख लें मतदाता सूचियां
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एसडीएम नैना देवी हुसन चंद ने बताया कि 49 नैना देवी सभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली के प्रारूप में किए गए संशोधनों की सूची तारीक पहली जनवरी 2021 के संदर्भ में और निर्वाचक रजिस्ट्रकरण नियम 1960 के अनुसार तैयार कर ली गई है. उन्होंने बताया कि नामावली की एक प्रति संशोधनों की सूची प्रकाशित कर दी गई है और एसडीएम कार्यालय में निरीक्षण के लिए उपलब्ध रहेगी.
116 संवेदनशील, 47 अति संवेदनशील स्टेशन
जिला में 1140 पोलिंग स्टेशन हैं, जहां तीन चरणों में मतदान होगा. जिले में 163 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं, जिनमें से 116 संवेदनशील और 47 पोलिंग स्टेशन अति संवेदनशील हैं. वोटिंग के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे और पुलिस अधिकारी की अगवाई वाली टीमों को तैनात किया जाएगा. पुलिस टीमें यहां पर हर एक गतिविधि पर पैनी नजर रखेंगी.