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शिमला में बंदरों ने छीना 75 हजार से भरा बैग चूड़धार यात्रा पर लगा प्रतिबंध, पढ़ें हिमाचल की बड़ी खबरें @ 7 PM

शिमला में माल रोड पर बीएसएनएल के कार्यालय में फोन का बिल जमा करवाने पहुंचे एक व्यक्ति के हाथों से नोटों से भरा बैग छीनकर एक उत्पाती बंदर भाग (Monkey Snatched Bag in shimla) गया. बर्फबारी के चलते सिरमौर प्रशासन ने चूड़धार यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया (Churdhar Yatra banned due to snowfall) है. पढ़ें, शाम 7 बजे तक की हिमाचल की बड़ी खबरें...

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हिमाचल की बड़ी खबरें.
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Published : Nov 17, 2022, 6:59 PM IST

शिमला में बंदरों ने छीना 75 हजार से भरा बैग, 4 हजार फाड़कर फेंके, बिल भरने आया था व्यक्ति

राजधानी शिमला में बंदरों ने उत्पात मचा रखा है. वीरवार को शिमला में माल रोड पर बीएसएनएल के कार्यालय में फोन का बिल जमा करवाने पहुंचे एक व्यक्ति के हाथों से नोटों से भरा बैग छीनकर एक उत्पाती बंदर भाग (Monkey Snatched Bag Filled With 75 Thousand Cash) गया. हालांकि बाद में बैग तो मिल गया, लेकिन उसमें से 4 हजार रुपये के नोट बंदर ने फाड़कर फैंक दिए थे. (Monkey Snatched Bag in shimla)

बर्फबारी के चलते चूड़धार यात्रा पर लगा प्रतिबंध, प्रशासन ने विभागों को जारी किए ये निर्देश

बर्फबारी के चलते सिरमौर प्रशासन ने चूड़धार यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया (Churdhar Yatra banned due to snowfall) है. साथ ही जिले के अन्य क्षेत्रों में भी बर्फबारी से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं. वहीं, बर्फबारी वाले क्षेत्रों में लोगों को मूलभूत सुविधाओं का सामना न करना पड़े, इसको लेकर जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को दिशा निर्देश जारी भी कर दिए हैं. पढे़ं पूरी खबर...

धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में बारिश नहीं बनेगी मैच में बाधा, इस नई तकनीक का हो रहा इस्तेमाल

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला (Dharamshala Cricket Stadium of Himachal) में नई आउटफील्ड के निर्माण में इस्तेमाल की जा रही रेत को मिट्टी से नहीं मिलने देने के लिए जियो सिंथेटिक शीट का इस्तेमाल किया जा रहा है. जियो सिंथेटिक शीट मैदान में रेत और मिट्टी के बीच दीवार का काम करेगी, जो मिट्टी और रेत को आपस में मिलने नहीं देगी. जिससे मैदान में प्रयोग की गई रेत की लाइफ भी बढ़ जाएगी. पढ़ें पूरी खबर...

आंकड़े गवाह हैं : मंडी जिले पर जिसका राज, उसके सिर सजता है ताज

हिमाचल में अब सबको 8 दिसंबर का ही इंतजार है. मतगणना के साथ ही 8 दिसंबर को यह स्पष्ट हो जाएगा कि प्रदेश की जनता ने किसे अपना आशीर्वाद दिया है. कहते हैं जिस तरह से सरकार बनाने के लिए कांगड़ा जिले को साधना जरूरी है, उसी तरह से सरकार बनाने में हमेशा मंडी जिले का भी अहम योगदान रहा है. आंकड़ों के अनुसार मंडी जिले की 10 सीटों में से जिस साल सबसे ज्यादा जिस पार्टी को सीटें मिली प्रदेश में सरकार उसी पार्टी की बनी. (Himachal Pradesh Election 2022) (assembly seats in Mandi district) (BJP won 10 seats in Mandi district in 2017)

शाहपुर सीट: क्या मनकोटिया का साथ मिलने से आसान हुई सरवीण चौधरी की राह ?

शाहपुर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प है. यहां बीजेपी की टिकट पर तीन बार की एमएलए सरवीण चौधरी मैदान में हैं. ऐसे में सरवीण चौधरी की इस बार भी जीत लगभग तय मानी जा रही है, क्योंकि हर बार सरवीण के सामने खड़े होने वाले मेजर विजय सिंह मनकोटिया सरवीण के साथ हैं. राजनीतिक जानकारों की मानें तो क्षेत्र मुद्दों को लेकर जनता सरवीण को नकार सकती है. (BJP candidate Sarveen Chowdhary)

SC सीटों पर बाजी मारने वाला दल बनाता है सरकार, हिमाचल में 25% सीटें एससी के लिए आरक्षित

हिमाचल में 17 एससी सीटें हैं जो कुल 68 सीटों का 25 फीसदी हैं. आंकड़े बताते हैं कि जिस दल ने एससी सीटों पर बाजी मारी है, हर बार सरकार उसी ने बनाई है. (SC assembly seat plays an important role in HP )

HP Election 2022: शिमला जिले में कांग्रेस की रहती है बहार, जनता किसे चुनेगी अबकी बार?

हिमाचल में सरकार बनाने के लिए जितना अहम कांगड़ा है उतना ही मंडी और शिमला भी है. यही वजह है कि तमाम पार्टियों का पूरा फोकस इन दो जिलों पर भी खास तौर पर रहता है. कांग्रेस का शिमला में दबदबा रहा है. हालांकि 2017 के चुनाव में शिमला जिले की 8 सीटों में से 4 कांग्रेस और 3 सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं जबकि CPI(M) की झोली में एक सीट गई थी. क्या रहा है यहां के 8 सीटों का सियासी समीकरण जानें.. (HP Election 2022)

सरकार भाजपा की बने या कांग्रेस की, हिमाचल को झेलना होगा आईएएस अफसरों का अकाल

हिमाचल में इस बार सरकार किसी की भी बने, लेकिन हिमाचल को आईएएस अफसरों का अकाल झेलना ही पड़ेगा. क्योंकि अभी भी प्रदेश में अफसरों की कमी दूर नहीं हुई है. हिमाचल के पास अपना कैडर 153 आईएएस अफसरों का है, लेकिन इस समय करीब 114 अफसर ही राज्य में (Shortage of IAS officers in Himachal) हैं. वहीं, अगले साल कई अफसर सेवानिवृत भी हो रहे हैं.

कांगड़ा घाटी में मौसम की मार, चाय उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद कम

इस साल कांगड़ा घाटी में मौसम की मार से चाय उद्योग को खासा नुकसान पहुंचा है. 15 अप्रैल से 15 जून तक ड्राई स्पेल रहने के चलते चाय उद्योग में उत्पादन वृद्धि की नाममात्र उम्मीद है. (Tea production in Himachal).

कर्ज से तंग आकर बद्दी में प्रवासी मजदूर ने लगाया फंदा, जंगल में पेड़ से लटका मिला शव

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में एक 30 वर्षीय प्रवासी मजदूर ने कर्ज से तंग आकर आत्महत्या कर (Migrant laborer committed suicide in Baddi ) ली है. बिहार का रहने वाला चुन्नीलाल राजमिस्त्री का काम करता है. चुन्नीलाल ने बुधवार की रात अपने परिवार वालों को फोन करके बताया कि वह लेंटर डालने गया है, इसलिए देरी से आएगा. रात भर परिवार चुन्नीलाल का घर पर इंतजार करता रहा, लेकिन चुन्नीलाल घर नहीं पहुंचा. सुबह चुन्नीलाल का शव गांव के ही एक जामुन के पेड़ से लटका हुआ मिला. वहीं, परिजनों का कहना है कि वह काफी समय से कर्ज को लेकर परेशान था और इसी परेशानी के चलते उसने पेड़ से लटककर फंदा लगा लिया.

आईजीएमसी में एक्सरे मशीन खराब, MRI के लिए मिल रही 3 महीने बाद की डेट

आईजीएमसी में एक्सरे मशीन खराब तो एमआरआई मशीन के लिए 3 महीने की डेट दी जा रही है. जिससे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी आर्थो, श्वास रोगियों और मेडिसिन वार्ड में दाखिल मरीजों को झेलनी पड़ रही है. (Xray machine defective in IGMC) (Patients facing problem in IGMC)

ये भी पढ़ें: निर्वाचन आयोग का मिशन 277 सफल! इन मतदान केंद्रों पर बंपर वोटिंग

शिमला में बंदरों ने छीना 75 हजार से भरा बैग, 4 हजार फाड़कर फेंके, बिल भरने आया था व्यक्ति

राजधानी शिमला में बंदरों ने उत्पात मचा रखा है. वीरवार को शिमला में माल रोड पर बीएसएनएल के कार्यालय में फोन का बिल जमा करवाने पहुंचे एक व्यक्ति के हाथों से नोटों से भरा बैग छीनकर एक उत्पाती बंदर भाग (Monkey Snatched Bag Filled With 75 Thousand Cash) गया. हालांकि बाद में बैग तो मिल गया, लेकिन उसमें से 4 हजार रुपये के नोट बंदर ने फाड़कर फैंक दिए थे. (Monkey Snatched Bag in shimla)

बर्फबारी के चलते चूड़धार यात्रा पर लगा प्रतिबंध, प्रशासन ने विभागों को जारी किए ये निर्देश

बर्फबारी के चलते सिरमौर प्रशासन ने चूड़धार यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया (Churdhar Yatra banned due to snowfall) है. साथ ही जिले के अन्य क्षेत्रों में भी बर्फबारी से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं. वहीं, बर्फबारी वाले क्षेत्रों में लोगों को मूलभूत सुविधाओं का सामना न करना पड़े, इसको लेकर जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को दिशा निर्देश जारी भी कर दिए हैं. पढे़ं पूरी खबर...

धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में बारिश नहीं बनेगी मैच में बाधा, इस नई तकनीक का हो रहा इस्तेमाल

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला (Dharamshala Cricket Stadium of Himachal) में नई आउटफील्ड के निर्माण में इस्तेमाल की जा रही रेत को मिट्टी से नहीं मिलने देने के लिए जियो सिंथेटिक शीट का इस्तेमाल किया जा रहा है. जियो सिंथेटिक शीट मैदान में रेत और मिट्टी के बीच दीवार का काम करेगी, जो मिट्टी और रेत को आपस में मिलने नहीं देगी. जिससे मैदान में प्रयोग की गई रेत की लाइफ भी बढ़ जाएगी. पढ़ें पूरी खबर...

आंकड़े गवाह हैं : मंडी जिले पर जिसका राज, उसके सिर सजता है ताज

हिमाचल में अब सबको 8 दिसंबर का ही इंतजार है. मतगणना के साथ ही 8 दिसंबर को यह स्पष्ट हो जाएगा कि प्रदेश की जनता ने किसे अपना आशीर्वाद दिया है. कहते हैं जिस तरह से सरकार बनाने के लिए कांगड़ा जिले को साधना जरूरी है, उसी तरह से सरकार बनाने में हमेशा मंडी जिले का भी अहम योगदान रहा है. आंकड़ों के अनुसार मंडी जिले की 10 सीटों में से जिस साल सबसे ज्यादा जिस पार्टी को सीटें मिली प्रदेश में सरकार उसी पार्टी की बनी. (Himachal Pradesh Election 2022) (assembly seats in Mandi district) (BJP won 10 seats in Mandi district in 2017)

शाहपुर सीट: क्या मनकोटिया का साथ मिलने से आसान हुई सरवीण चौधरी की राह ?

शाहपुर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प है. यहां बीजेपी की टिकट पर तीन बार की एमएलए सरवीण चौधरी मैदान में हैं. ऐसे में सरवीण चौधरी की इस बार भी जीत लगभग तय मानी जा रही है, क्योंकि हर बार सरवीण के सामने खड़े होने वाले मेजर विजय सिंह मनकोटिया सरवीण के साथ हैं. राजनीतिक जानकारों की मानें तो क्षेत्र मुद्दों को लेकर जनता सरवीण को नकार सकती है. (BJP candidate Sarveen Chowdhary)

SC सीटों पर बाजी मारने वाला दल बनाता है सरकार, हिमाचल में 25% सीटें एससी के लिए आरक्षित

हिमाचल में 17 एससी सीटें हैं जो कुल 68 सीटों का 25 फीसदी हैं. आंकड़े बताते हैं कि जिस दल ने एससी सीटों पर बाजी मारी है, हर बार सरकार उसी ने बनाई है. (SC assembly seat plays an important role in HP )

HP Election 2022: शिमला जिले में कांग्रेस की रहती है बहार, जनता किसे चुनेगी अबकी बार?

हिमाचल में सरकार बनाने के लिए जितना अहम कांगड़ा है उतना ही मंडी और शिमला भी है. यही वजह है कि तमाम पार्टियों का पूरा फोकस इन दो जिलों पर भी खास तौर पर रहता है. कांग्रेस का शिमला में दबदबा रहा है. हालांकि 2017 के चुनाव में शिमला जिले की 8 सीटों में से 4 कांग्रेस और 3 सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं जबकि CPI(M) की झोली में एक सीट गई थी. क्या रहा है यहां के 8 सीटों का सियासी समीकरण जानें.. (HP Election 2022)

सरकार भाजपा की बने या कांग्रेस की, हिमाचल को झेलना होगा आईएएस अफसरों का अकाल

हिमाचल में इस बार सरकार किसी की भी बने, लेकिन हिमाचल को आईएएस अफसरों का अकाल झेलना ही पड़ेगा. क्योंकि अभी भी प्रदेश में अफसरों की कमी दूर नहीं हुई है. हिमाचल के पास अपना कैडर 153 आईएएस अफसरों का है, लेकिन इस समय करीब 114 अफसर ही राज्य में (Shortage of IAS officers in Himachal) हैं. वहीं, अगले साल कई अफसर सेवानिवृत भी हो रहे हैं.

कांगड़ा घाटी में मौसम की मार, चाय उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद कम

इस साल कांगड़ा घाटी में मौसम की मार से चाय उद्योग को खासा नुकसान पहुंचा है. 15 अप्रैल से 15 जून तक ड्राई स्पेल रहने के चलते चाय उद्योग में उत्पादन वृद्धि की नाममात्र उम्मीद है. (Tea production in Himachal).

कर्ज से तंग आकर बद्दी में प्रवासी मजदूर ने लगाया फंदा, जंगल में पेड़ से लटका मिला शव

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में एक 30 वर्षीय प्रवासी मजदूर ने कर्ज से तंग आकर आत्महत्या कर (Migrant laborer committed suicide in Baddi ) ली है. बिहार का रहने वाला चुन्नीलाल राजमिस्त्री का काम करता है. चुन्नीलाल ने बुधवार की रात अपने परिवार वालों को फोन करके बताया कि वह लेंटर डालने गया है, इसलिए देरी से आएगा. रात भर परिवार चुन्नीलाल का घर पर इंतजार करता रहा, लेकिन चुन्नीलाल घर नहीं पहुंचा. सुबह चुन्नीलाल का शव गांव के ही एक जामुन के पेड़ से लटका हुआ मिला. वहीं, परिजनों का कहना है कि वह काफी समय से कर्ज को लेकर परेशान था और इसी परेशानी के चलते उसने पेड़ से लटककर फंदा लगा लिया.

आईजीएमसी में एक्सरे मशीन खराब, MRI के लिए मिल रही 3 महीने बाद की डेट

आईजीएमसी में एक्सरे मशीन खराब तो एमआरआई मशीन के लिए 3 महीने की डेट दी जा रही है. जिससे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी आर्थो, श्वास रोगियों और मेडिसिन वार्ड में दाखिल मरीजों को झेलनी पड़ रही है. (Xray machine defective in IGMC) (Patients facing problem in IGMC)

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