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जिला बिलासपुर में अब तक 30 लोग लोग दे चुके हैं कोरोना को मात: डाॅ. प्रकाश दरोच - बिलासपुर कोरोना न्यूज

बिलासपुर जिला में अब तक 46 कोरोना मामले सामने आए हैं. जिनमें से 30 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो कर घर जा भेज दिए गए हैं. वहीं. अब तक 3709 लोगों के सैंपल कोविड-19 जांच के तहत लिए जा चुके हैं.

civil hospital bilaspur
फोटो.
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Published : Jul 2, 2020, 6:19 PM IST

बिलासपुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ. प्रकाश दरोच ने बताया कि बिलासपुर से अब तक 3709 लोगों के सैंपल कोविड-19 के लिए लैब जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं. इनमें से 3562 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 46 की रिपोर्ट अभी तक पाॅजिटिव आई है. वहीं, 101 सैंपल आज भेजे गए जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है. इसके अलावा बिलासपुर में 30 कोरोना संक्रमित लोग अभी तक सवस्थ हो चुके हैं, 16 मरीजों का इलाज चल रहा है.

होम क्वारंटाइन में इन चीजों का रखे ध्यान

डाॅ. प्रकाश दरोच ने होम क्वारंटाइन के बारे में दिशा निर्देश देते हुए बताया कि व्यक्ति को चाहिए कि वे हवादार एक कमरे में रहें जिसमें कि अलग से शौचालय की व्यवस्था की गई हो.

अगर उसी कमरे में कोई दूसरा परिवार का सदस्य ठहरा हो तो वह आपस में कम से कम एक मीटर की दूरी अवश्य बनाए रखें. घर के भीतर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं, बच्चों व सह बीमारी वाले व्यक्ति दूर रहें. घर में केवल अपने कमरे तक ही सीमित रहें.

किसी भी स्थिति में सामाजिक, धार्मिक, शादी व शोक मनाने इत्यादि जगहों पर न जाएं. उसे हमेशा सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करना चाहिए. अपने हाथों को हमेशा साबुन, पानी से अच्छी तरह धोएं या एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का उपयोग करें.

प्रयोग किए गए मास्क को फिर से उपयोग में न लाएं

घरेलू वस्तुओं जैसे गिलास, कप, खाना खाने के बर्तन, तौलिया, बिस्तर इत्यादि को दूसरों के साथ सांझा न करें. हर समय मास्क पहने, मास्क को प्रत्येक 6 से 8 घंटे में बदलें और उसका सही निपटारा करें. प्रयोग किए गए मास्क को फिर से उपयोग में न लाएं.

मरीजों के द्वारा देखभाल करने वाले निकट संपर्क वाले लोगों द्वारा घर में देखभाल के दौरान प्रयोग किए गए मास्क का निपटारा ब्लीचिंग घोल 5 प्रतिशत या 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड घोल से विसंक्रमित करने के पश्चात उसे जला दे या गहरा दबा दें. प्रयोग किए गए मास्क पूरी तरह से संक्रमित हो जाते हैं. यदि खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ के लक्षण हों तो उसे नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान में सम्पर्क करें व 104 या 011-23978046 फोन पर करें.

क्वारंटाइन किए गए मरीज की देखभाल करे सिर्फ एक व्यक्ति

वहीं, होम क्वारंटाइन किए गए मरीज की देखभाल परिवार के केवल एक ही सदस्य को करनी चाहिए. भीगी हुई चादर से बचें या चमड़ी को प्रत्यक्ष रुप में न छुएं. सफाई करते समय और भीगी हुई चादर को संभालती बार डिस्पोजल दस्तानों का प्रयोग जरुर करें. दस्तानों को उतारने के बाद हाथों को साफ करें.

अगर क्वारंटाइन किया हुआ व्यक्ति लक्षणमय हो जाता तो सभी निकटतम संपर्कों को 14 दिन तक घर पर ही क्वारंटाइन किया जाए और उसके बाद अतिरिक्त 14 दिनों तक निगरानी में रखा जाए. जब तक कि उसकी लैब रिपोर्ट नेगेटिव नहीं हो जाती.

पढ़ें: BREAKING: हिमाचल में ITBP के 23 जवान कोरोना पॉजिटिव

बिलासपुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ. प्रकाश दरोच ने बताया कि बिलासपुर से अब तक 3709 लोगों के सैंपल कोविड-19 के लिए लैब जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं. इनमें से 3562 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 46 की रिपोर्ट अभी तक पाॅजिटिव आई है. वहीं, 101 सैंपल आज भेजे गए जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है. इसके अलावा बिलासपुर में 30 कोरोना संक्रमित लोग अभी तक सवस्थ हो चुके हैं, 16 मरीजों का इलाज चल रहा है.

होम क्वारंटाइन में इन चीजों का रखे ध्यान

डाॅ. प्रकाश दरोच ने होम क्वारंटाइन के बारे में दिशा निर्देश देते हुए बताया कि व्यक्ति को चाहिए कि वे हवादार एक कमरे में रहें जिसमें कि अलग से शौचालय की व्यवस्था की गई हो.

अगर उसी कमरे में कोई दूसरा परिवार का सदस्य ठहरा हो तो वह आपस में कम से कम एक मीटर की दूरी अवश्य बनाए रखें. घर के भीतर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं, बच्चों व सह बीमारी वाले व्यक्ति दूर रहें. घर में केवल अपने कमरे तक ही सीमित रहें.

किसी भी स्थिति में सामाजिक, धार्मिक, शादी व शोक मनाने इत्यादि जगहों पर न जाएं. उसे हमेशा सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करना चाहिए. अपने हाथों को हमेशा साबुन, पानी से अच्छी तरह धोएं या एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का उपयोग करें.

प्रयोग किए गए मास्क को फिर से उपयोग में न लाएं

घरेलू वस्तुओं जैसे गिलास, कप, खाना खाने के बर्तन, तौलिया, बिस्तर इत्यादि को दूसरों के साथ सांझा न करें. हर समय मास्क पहने, मास्क को प्रत्येक 6 से 8 घंटे में बदलें और उसका सही निपटारा करें. प्रयोग किए गए मास्क को फिर से उपयोग में न लाएं.

मरीजों के द्वारा देखभाल करने वाले निकट संपर्क वाले लोगों द्वारा घर में देखभाल के दौरान प्रयोग किए गए मास्क का निपटारा ब्लीचिंग घोल 5 प्रतिशत या 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड घोल से विसंक्रमित करने के पश्चात उसे जला दे या गहरा दबा दें. प्रयोग किए गए मास्क पूरी तरह से संक्रमित हो जाते हैं. यदि खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ के लक्षण हों तो उसे नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान में सम्पर्क करें व 104 या 011-23978046 फोन पर करें.

क्वारंटाइन किए गए मरीज की देखभाल करे सिर्फ एक व्यक्ति

वहीं, होम क्वारंटाइन किए गए मरीज की देखभाल परिवार के केवल एक ही सदस्य को करनी चाहिए. भीगी हुई चादर से बचें या चमड़ी को प्रत्यक्ष रुप में न छुएं. सफाई करते समय और भीगी हुई चादर को संभालती बार डिस्पोजल दस्तानों का प्रयोग जरुर करें. दस्तानों को उतारने के बाद हाथों को साफ करें.

अगर क्वारंटाइन किया हुआ व्यक्ति लक्षणमय हो जाता तो सभी निकटतम संपर्कों को 14 दिन तक घर पर ही क्वारंटाइन किया जाए और उसके बाद अतिरिक्त 14 दिनों तक निगरानी में रखा जाए. जब तक कि उसकी लैब रिपोर्ट नेगेटिव नहीं हो जाती.

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