बिलासपुर: मानसिक रोगियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक विशेष सुविधा शुरू की है. अब मानसिक रोगियों को अपना इलाज करवाने के लिए जिला अस्पताल का रूख नहीं करना पड़ेगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों को घर बैठे ही उपचार दिया जा सकता है. विभाग द्वारा अब पूरे प्रदेश में टेली मेडिसिन सुविधा शुरू की गई है. अब मरीज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सक के पास अपनी जांच करवा सकता है. साथ ही वह मरीजों को उपचार के लिए दवा भी दे सकता है. इस प्रॉसेस से मरीज का आना जाने का समय भी बचेगा साथ ही वह घर बैठ उपचार भी प्राप्त कर सकता है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इलाज
बिलासपुर अस्पताल में तैनात मनोचिकित्सक डाॅ. महेंद्र सिंह ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अब मरीजों का इलाज भी किया जा रहा है. अगर कोई मरीज आने के सक्षम नहीं है या फिर काफी दूरदराज से मरीज को जिला अस्पताल आना पड़ रहा है. उन रोगियों के लिए यह सुविधा शुरू की गई है. ताकि वह घर बैठे इस सुविधा का लाभ उठा सकें. इसके साथ ही सबसे अधिक फायदेमंद यह है कि कोरोना कार्यकाल में सामाजिक दूरी महत्वपूर्ण है. ऐसे में मरीज को अस्पताल आने से छुटकारा भी मिलेगा साथ ही वह वायरस की चपेट में आने से भी बच सकता है.
संजीवनी ऐप लाॅन्च
चिकित्सक ने बताया कि इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए संजीवनी ऐप लाॅन्च किया गया है. इस ऐप के माध्यम से मरीज अपने जिला का विवरण देकर इसकी सुविधा प्राप्त कर सकता है. इस ऐप के माध्यम से मरीज इसकी सारी सुविधा एक क्लिक पर प्राप्त कर सकता है. साथ ही वह अपने घर बैठे अपना इलाज करवा सकता है.
क्या कहते हैं मनोचिकित्सक?
खबर की पुष्टि करते हुए मनोचिकित्सक बिलासपुर अस्पताल डाॅ. महेंद्र सिंह ने बताया कि संजीवनी ऐप के माध्यम से यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. जिला अस्पताल बिलासपुर में भी यह सुविधा शुरू हो गई है और मरीजों को इलाज दिया जा रहा है.
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