बिलासपुर: जिला बिलासपुर के एक युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर जतिन ने यू-टयूब के माध्यम से गर्म जलवायु वाले क्षेत्र में चाय का बगीचा खड़ा कर दिया. लंबे समय से यू-टूयब पर वीडियो देख-देख कर अपने अभ्यास जारी रखा था. जिसका परिणाम आज यह है कि 2500 चाय के पौधे युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जतिन कुमार ने लगा दिए.
बता दें कि चाय के लिए कांगड़ा का पालमपुर क्षेत्र की मशहूर हैं. अब बिलासपुर की पटेर पंचायत का बेकल गांव दार्जिलिंग चाय की खुशबू से महक रहा है. बड़ी बात यह है कि जतिन ने यू-ट्यूब पर बगीचा लगाने की जानकारी ली और यह कारनामा कर दिया.
दो साल पहले बीस बीघा जमीन के लिए चाय का बीज मंगवाया
जतिन ने लगभग दो साल पहले बीस बीघा जमीन के लिए चाय का बीज मंगवाया. फिर यू-ट्यूब से हर रोज जानकारी लेते रहे. पौधे तैयार होने के बाद सही रख रखाव और पैदावार बढ़ाने के लिए टी बोर्ड ऑफ इंडिया को आवेदन किया. इस पर कृषि विभाग की तरफ से जतिन को 2500 पौधे और दिए गए.
कुछ समय पहले टी-बोर्ड ऑफ इंडिया की टीम ने यहां का दौरा किया. टीम ने दावा किया कि चाय के जो पौधे तैयार हो रहे हैं उनकी पैदावार पालमपुर की चाय से अधिक होगी. पालमपुर की चाय के बगीचे में फसल आठ महीने पैदावार होती है, तो बेकल गांव की पैदावार दस महीने होगी, लेकिन इसकी गुणवत्ता अधिक होगी.
25000 तक पौधे तैयार करने का लक्ष्य
जतिन ने कहा कि भविष्य में 25000 तक पौधे तैयार करने का लक्ष्य है. जतिन ठाकुर ने कहा कि आजकल युवा पढ़ा लिखा होने के बावजूद नौकरियों के लिए भटक रहा है. अगर वह मेहनत करे तो बंजर जमीन पर कुछ भी हो सकता है. उन्होंने बीस बीघा जमीन पर चाय का बगीचा लगभग तैयार कर लिया है.
बेकल गांव में दार्जिलिंग चाय की खुशबू
वहीं, बिलासपुर के पटेर पंचायत के इस युवा ने चाय का बगीचा तैयार करके एकनया कीर्तिमान स्थापित किया है. बता दें कि चाय के लिए कांगड़ा का पालमपुर क्षेत्र की मशहूर है. अब बिलासपुर की पटेर पंचायत का बेकल गांव दार्जिलिंग चाय की खुशबू से महक रहा है.
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