बिलासपुर: महर्षि वेदव्यास की जन्मभूमि बिलासपुर गुरुवार को शिवनगरी में तब्दील हो गई. नगर के मुख्य स्थानों पर स्थित मंदिरों में सुबह से ही श्रद्वालु पूजा अर्चना करते दिखाई दिए. नगर के सुप्रसिद्ध श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में भोले बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दिखी. इस दौरान मंदिर भोले बाबा के जयकारों से गूंजायमान रहे.
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा
महाशिवरात्रि पर्व पर सभी मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों और लाइटों के साथ विशेष रूप से सजाया गया था. श्रद्धालुओं के उपवास होने के चलते मंदिरों में फलाहार के भंडारे लगाए गए. जिला मुख्यालय स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर दोपहर के समय शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी. इसके अलावा शिव मंदिर कंदरौर, घुमारवीं, बच्छरेटू, बाबा बालक नाथ मंदिर बद्धाघाट, श्री नयना देवी जी के नमेला, खबड़ी माता मंदिर बरठीं, नरसिंह ठाकुरद्वारा मंदिर, झबोला शिव मंदिर, मार्कंडेय शिव मंदिर शिवधाम पन्याला सहित कई मंदिरों में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की.
भंडारे का भी आयोजन
बंदला मार्ग पर स्थित श्री गोपाल मंदिर दनोह में फलाहार का भंडारा लगाया गया. शहर के अधिकतर श्रद्धालुओं और युवाओं ने मंदिर में पहुंचकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया. महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिरों में भजन संध्याओं का आयोजन भी किया गया. इसमें कलाकारों ने भगवान शिव के भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को खूब झूमाया. इस दौरान विभिन्न झांकियां प्रस्तुत की गई. शुक्रवार को नगर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा.
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