बिलासपुर: कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन की वजह से हर वर्ग प्रभावित हुआ है. चाहे वह व्यापार हो या शिक्षा का क्षेत्र. बिलासपुर जिला की बात करें तो लॉकडाउन से पहले स्कूलों में बच्चों की संख्या शत प्रतिशत रहती थी. लॉकडाउन की वजह से यह संख्या प्रभावित हुई है. लंबे समय बाद स्कूल तो खुल गए हैं लेकिन बच्चों की संख्या में कमी देखी जा रही है. यह संख्या उन बच्चों की है जो बाहरी राज्यों से आकर बिलासपुर में पढ़ रहे थे.
शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में जिला के स्कूलों में 90 प्रतिशत के लगभग बच्चों की संख्या रह रही है. वहीं, 10 प्रतिशत अभी भी बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि कुछ बच्चे अपने परिजनों के साथ जिला छोड़ चुके हैं. हालांकि शिक्षा विभाग ने बच्चों के परिजनों से संपर्क कर रहा है, लेकिन फिर भी स्कूलों में बच्चों की संख्या में इजाफा नहीं हो रहा है.
स्कूलों में कोविड नियमों का सख्ती से हो रहा पालन
कोविड नियमों की बात करें तो जिले के स्कूलों में कोविड नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है. रोजाना बच्चों को थर्मल स्कैनिंग के बाद ही बच्चों को स्कूल में एंट्री दी जा रही है. वहीं, अगर किसी बच्चे के शरीर का तापमान अधिक पाया जाता है तो उसे स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. कक्षा खत्म होने के बाद प्रतिदिन स्कूल को सेनिटाइज किया जा रहा है. ताकि बच्चों की सेहत पर किसी तरह का असर न पड़े.
जिले में बच्चों के आंकड़ों पर एक नजर
बिलासपुर जिले में 14388 बच्चे हैं. जिनमें से अभी तक 12314 बच्चे स्कूल आ रहे हैं. यह आंकड़ा कुछ दिन बढ़ भी जाता है. अधिकारियों का कहना है कि किसी दिन बच्चा स्कूल आ रहा है किसी दिन नहीं. वहीं, अब स्कूलों में एग्जाम भी शुरू हो गए हैं जिससे स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ गई है. हालांकि जो बच्चे अभी तक स्कूल ही नहीं पहुंचे हैं, उनके परिवार से संपर्क किया जा रहा है और स्कूल न आने के कारणों के बारे पता किया जा रहा है.
कई महत्वपूर्ण योजनाएं हो रही प्रभावित
शिक्षा विभाग के उपनिदेशक सुरदर्शन सिंह का कहना है कि शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में विभिन्न योजनाएं चलाई गई हैं. वहीं, बच्चों का आंकड़ा पूरा न होने की वजह से काफी योजनाओं की शुरुआत नहीं की गई है. जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे है. उनके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. स्कूलों में आने वाले बच्चों के सभी रिकॉर्ड क्लियर होने के बाद ही योजनाओं का लाभ मिलेगा.