बिलासपुर: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं नैनादेवी विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामलाल ठाकुर ने प्रदेश में कोविड सेंटरों की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं. विधायक का कहना है कि कोविड सेंटरों में इलाज के लिए भेजे जा रहे कोरोना मरीजों की सही तरीके से देखभाल नहीं हो पा रही है. उन्होंने बिलासपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता स्वर्ण रोंद्र हांडा की आईजीएमसी के आईसोलेशन वार्ड में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच के लिए कमेटी बनाने की वकालत की है.
सरकार को दिया सुझाव
साथ ही 14 दिसंबर को बुलाई गई कैबिनेट की मीटिंग में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल को कोविड सेंटरों की व्यवस्था रिव्यू करने का सुझाव भी दिया है. रामलाल ठाकुर ने कोविड सेंटरों में आए दिन उठ रहे सवालों पर सरकार का ध्यान खींचने का प्रयास किया है. कैबिनेट की बैठक में प्रदेश सरकार को कोविड सेंटरों की व्यवस्था को लेकर नसीहत दी है. हिमाचल कैबिनेट की बैठक 14 दिसंबर सुबह 10:30 बजे बुलाई गई है.
स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल
शिमला सचिवालय में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में प्रदेश में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की जाएगी. रामलाल ठाकुर ने सुझाव रखा है कि इस बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को कोविड सेंटरों की व्यवस्था का रिव्यू करना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 से होने वाली मौतों के कारण स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है.
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