बिलासपुर: कुल्लू जिला में मूर्ति चोरी, शिमला में मुंडाघाट चोरी व एनडीपीएस सहित अन्य मामलों को एक तय समयावधि के अंदर सुलझाकर अब तक कई अवार्ड प्राप्त कर चुके राजकुमार बिलासपुर जिला पुलिस मुख्यालय के नए डीएसपी पद पर नियुक्त हुए हैं. बतौर डीएसपी यहां पर उनकी यह पहली अप्वाइंटमेंट है.
कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं भी तय कर ली हैं. उनका कहना है कि पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा के दिशा निर्देशों पर काम करेंगे और एनडीपीएस मामलों को लेकर तेजी से काम किया जाएगा.
'अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से कार्य किया जाएगा'
चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक व्यवस्था में आवश्यक सुधार लाने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे. पब्लिक के साथ मिलकर काम किया जाएगा और अपराध खत्म करने व अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर गंभीरता से कार्य किया जाएगा.
इससे पहले सब-इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर पदों पर रहते हुए उन्होंने कई कठिन कार्यों को बखूबी अंजाम देकर विभाग में एक अलग पहचान कायम की है. मंडी जिला से ताल्लुक रखने वाले राजकुमार का जीवन चुनौतियों से परिपूर्ण रहा है.
2008 में सब इंस्पेक्टर पद पर नियुक्ति
कड़े संघर्ष के बाद 2008 में सब इंस्पेक्टर पद पर नियुक्ति हुई थी. प्रोबेशन पीरीयड सोलन जिला के कसौली पुलिस स्टेशन में बिताया और उसके बाद कुल्लू जिला में ढाई साल का कार्यकाल भी शानदार व उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा है.
कुल्लू सदर, सैंज व मणिकर्ण में चैकी प्रभारी के रूप में काम किया. कुल्लू जिला में 2013-15 के कार्यकाल के दौरान एनडीपीएस मामलों में बेस्ट इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर आईओ का अवार्ड मिला. इसके बद 2014 में इंस्पेक्टर पद पर पदोन्नत हुए थे और 2014-16 के दौरान बस्सी बटालियन में रहे और इस बीच कुल्लू मूर्ति चोरी मामले में गठित एसआईटी में शामिल रहे और इस मामले को सॉल्व करने में अहम भूमिका निभाने की बदौलत सरकार ने डीजीपी डिस्क अवार्ड व 75 हजार रूपए की नकद ईनामी राशि प्रदान की थी.
बड़े अपराधिक मामलों को सॉल्व किया
ढली थाने में तीन साल सेवाएं दी और इस दौरान कई बड़े अपराधिक मामलों को सॉल्व किया. शिमला में साठ लाख की चोरी मामले को सॉल्व किया तो वहीं, सोलह लाख की चोरी मामले में पूरी गैंग को अरेस्ट कर सलाखों के पीछे धकेला.
मुंडाघाट चोरी मामले को सुलझाया और ज्वैलरी संकट चोरी की नकदी को बरामद कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है. इसके साथ ही रेस्क्यू ऑप्रेशन में कई युवाओं की जान बचाई और लॉकडाउन के बीच कई लोगों को घर पहुंचाने में सहायता की.
नशे के कारोबार के खात्मे के लिए तेजी
उनका मुख्य ध्येय जनता की सेवा है और वह जनता की जरूरत व समस्याओं को बखूबी समझते भी हैं. इसलिए उनका कहना है कि जनता के सहयोग के बिना अपराध खत्म करना व अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना काफी मुश्किल होता है. ऐसे में बिलासपुर में लोगों के साथ मिलकर मित्रवत काम किया जाएगा और नशे के कारोबार के खात्मे के लिए तेजी से अभियान चलाएंगे.
ऑनलाईन सेक्स रैकेट का किया है भांडाफोड, कई बड़ी वारदातों को भी सुलझाया
बिलासपुर के नवनियुक्त डीएसपी राजकुमार ने कई बड़ी अपराधिक वारदातों को सुलझाया है. दो ऑनलाईन सेक्स रैकेट का भांडाफोड़ किया और कई चोरी व अपराधिक वारदातों को सॉल्व कर ईनाम प्राप्त किए हैं. दिसंबर माह में डीएसपी पद पर पदोन्नत हुए और एसपी ऑफिस शिमला में सेवाएं दी.
इसके बाद नालागढ़ के एसडीपीओ का अतिरिक्त कार्यभार रहा, लेकिन अब स्थायी कार्यभार बिलासपुर मुख्यालय के डीएसपी के रूप में संभाला है. अपने दायित्व का निर्वहन ईमानदारीपूर्वक करने का संकल्प लेते हुए राजकुमार आगे बढ़ेंगे.
यह है डीएसपी राजकुमार का प्रोफाईल
नाम राजकुमार
गांव मैहड़, जिला मंडी
जन्म 1981
शिक्षा बीएससी बीएड
राजकुमार नवनियुक्त डीएसपी हेडक्वार्टर.