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PPE किट्स की गुणवत्ता पर डॉक्टरों ने खड़े किए सवाल, DC ने दिए जांच के आदेश - स्वास्थय विभाग बिलासपुर

स्वास्थय विभाग बिलासपुर में पीपीई किट्स की खरीद मामले में जांच के आदेश जारी हुए हैं. उपायुक्त ने इस मामले में एडीएम को जांच के लिए कहा है. वहीं, 3 दिन के भीतर इसकी सारी रिपोर्ट मांगी गई है. इन किट्स की खरीद में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की कोरोना के सुरक्षा के मामले में खिलवाड़ करने की बात सामने आई है.

order for inquiry in the purchase of ppe kits in bilaspur
PPE किट्स की गुणवत्ता को लेकर डॉक्टरों ने खड़े किए सवाल
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Published : Apr 30, 2020, 6:29 PM IST

बिलासपुरः स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर में पीपीई किट्स की खरीद मामले में जांच के आदेश जारी हुए हैं. उपायुक्त ने इस मामले में एडीएम को जांच के लिए कहा है. 3 दिन के भीतर इसकी सारी रिपोर्ट मांगी गई है. इन किट्स की खरीद में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की कोरोना के सुरक्षा के मामले में खिलवाड़ करने की बात सामने आई है.

जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने पीपीई किट्स की आपूर्ति की जगह साधारण रेन कोट तमाम स्वास्थ्य खंडों में सप्लाई कर दिए हैं. एनपीपीए किट्स के नाम पर तैयार की गई रेन कोट को जब स्वास्थ्य खंडों में पीपीई किट्स का लेबल लगा कर भेजा गया तो डॉक्टरों ने इसे साधारण रेन कोट बताकर इस्तेमाल से इंकार कर दिया.

वीडियो.

सबसे पहले मामला माकर्डेंय चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में सामने आया. जब पीपीई किट्स के लेबल लगी रेन कोट यहां पहुंचा. बीएमओ डॉ. श्याम ने इन्हें स्टोर में जाकर खोला तो यह साधारण रेन कोट निकला. इस पर इन्हें रिजेक्ट कर स्टोर में रखवा दिया गया. उन्होंने अपने खंड के तमाम डॉक्टरों को मौके पर बुलाकर दिखाया तो उन्होंने भी इस किट्स के प्रयोग के लिए साफ मना कर दिया.

वहीं, स्वास्थ्य विभाग के एक बड़े अधिकारी ने बिलासपुर जिला के तमाम स्वास्थ्य खंडों में तैनात किए गए डॉक्टरों व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए पीपीई किट्स की खरीददारी की है. यह किट्स गत दिनों कर्फ्यू के दौरान बिलासपुर में ही किसी फर्म से बनाई गई है.

इस फर्म ने यह किट्स तय मानकों के तहत तैयार करने के बजाय एक साधारण रेन कोट बनवाकर स्वास्थ्य विभाग को दिया और आगे जिम्मेदार अधिकारियों ने डिब्बों पर पीपीई किट्स का लेबल लगाकर इन्हें सभी स्वास्थ्य खंडों में इस्तेमाल के लिए दिया. इस मामले पर जब सीएमओ डॉ. पीसी दड़ोच से बात की गई तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी देने के इंकार कर दिया.

पढ़ेंः किन्नौर के पिरी रेंज में लैंडस्लाइड, बगीचे तबाह होने से बागवानों को लाखों का नुकसान

बिलासपुरः स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर में पीपीई किट्स की खरीद मामले में जांच के आदेश जारी हुए हैं. उपायुक्त ने इस मामले में एडीएम को जांच के लिए कहा है. 3 दिन के भीतर इसकी सारी रिपोर्ट मांगी गई है. इन किट्स की खरीद में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की कोरोना के सुरक्षा के मामले में खिलवाड़ करने की बात सामने आई है.

जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने पीपीई किट्स की आपूर्ति की जगह साधारण रेन कोट तमाम स्वास्थ्य खंडों में सप्लाई कर दिए हैं. एनपीपीए किट्स के नाम पर तैयार की गई रेन कोट को जब स्वास्थ्य खंडों में पीपीई किट्स का लेबल लगा कर भेजा गया तो डॉक्टरों ने इसे साधारण रेन कोट बताकर इस्तेमाल से इंकार कर दिया.

वीडियो.

सबसे पहले मामला माकर्डेंय चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में सामने आया. जब पीपीई किट्स के लेबल लगी रेन कोट यहां पहुंचा. बीएमओ डॉ. श्याम ने इन्हें स्टोर में जाकर खोला तो यह साधारण रेन कोट निकला. इस पर इन्हें रिजेक्ट कर स्टोर में रखवा दिया गया. उन्होंने अपने खंड के तमाम डॉक्टरों को मौके पर बुलाकर दिखाया तो उन्होंने भी इस किट्स के प्रयोग के लिए साफ मना कर दिया.

वहीं, स्वास्थ्य विभाग के एक बड़े अधिकारी ने बिलासपुर जिला के तमाम स्वास्थ्य खंडों में तैनात किए गए डॉक्टरों व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए पीपीई किट्स की खरीददारी की है. यह किट्स गत दिनों कर्फ्यू के दौरान बिलासपुर में ही किसी फर्म से बनाई गई है.

इस फर्म ने यह किट्स तय मानकों के तहत तैयार करने के बजाय एक साधारण रेन कोट बनवाकर स्वास्थ्य विभाग को दिया और आगे जिम्मेदार अधिकारियों ने डिब्बों पर पीपीई किट्स का लेबल लगाकर इन्हें सभी स्वास्थ्य खंडों में इस्तेमाल के लिए दिया. इस मामले पर जब सीएमओ डॉ. पीसी दड़ोच से बात की गई तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी देने के इंकार कर दिया.

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