बिलासपुर: राष्ट्रीय डी वार्मिंग-डे अभियान के तहत आगामी 2 से 8 नवंबर के दौरान बिलासपुर जिला में 1 से 19 वर्ष आयु वर्ग के लगभग एक लाख बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी. पहले यह दवा सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को मुफ्त खिलाई जाती थी, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के चलते आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से घर-घर जाकर इसे खिलाएंगी.
जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर डाॅ. परविंदर सिंह ने बताया कि बच्चों के पेट में वर्म यानी कीड़ों के कारण होने वाली तकलीफों को लेकर नेशनल हेल्थ मिशन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है. बच्चों के पेट में कीड़े होने की वजह से एनीमिया, पेट के इंफेक्शन और पौष्टिक आहार की कमी जैसे रोग सामने आते हैं.
बच्चों की ओर से हाथों की सफाई रखने के कारण यह कीड़े पेट में पनपते हैं. साथ ही स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के दौरान 1 से 5 साल तक के सभी बच्चों को विटामीन ए की डोज भी दी जाएगी. 1 से 2 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा की आधी गोली दी जाएगी जबकि अतिरिक्त 2 से 19 वर्ष के आयु के बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा की पूरी गोली खिलाई जाएगी.
एल्बेंडाजोल है एक सुरक्षित टेबलेट
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि एल्बेंडाजोल एक सुरक्षित टेबलेट है. इसके सेवन से अगर किसी बच्चे के पेट में दर्द है, उल्टी दस्त और पेट संबंधित अन्य बीमारी है तो वह ठीक हो जाती है. यह दवाई डब्लयूएचओ और भारत सरकार की ओर से अनुशंसित की गई है.
चिकित्सकों के अनुसार बच्चे के पेट में कीड़े होने से शरीर में खून की कमी हो जाती है जिसके कारण बच्चा अनेक बिमारियों का शिकार हो जाता है. जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को इस बारे प्रशिक्षण दे दिया है. साथ ही सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों, स्वास्थ्य एवं आशा कार्यकर्ताओं आदि को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे.
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