बिलासपुर: हिमाचल पथ परिवहन निगम बिलासपुर इन दिनों काफी घाटे में चला हुआ है. पहले लॉकडाउन की वजह से बस सुविधा बंद होना एक बड़ा घाटा था. वहीं, अब बसें शुरू होने के बाद सवारियों की कमी निगम को घाटे में डूबा रही है.
अगर पिछले चार दिनों की कमाई की बात करें तो निगम को 1 लाख 82 हजार 941 रुपये की ही कमाई हुई है. इस तरह प्रतिदिन घाटे में जा रहे निगम ने अब बिलासपुर जिला में कई रूट भी बंद कर दिए हैं. निगम के अधिकारियों का कहना है कि अब डिमांड के हिसाब से ही रूटों को चलाया जाएगा.
गौरतलब है कि बिलासपुर निगम ने पहले दिन 41 रूट शुरू किए थे, जिसमें मंडी, हमीरपुर व शिमला जिला के विभिन्न स्थानों पर बसों को भेजा गया था. वहीं, अगले दिन निगम ने यही रूट बढ़ाकर 59 कर दिए थे. साथ ही तीसरे दिन 82 रूट शुरू कर दिए थे, लेकिन इन रूटों पर सिर्फ 5 से 10 सवारियां ही प्रतिदिन सफर कर रही थी.
ऐसे में निगम ने फैसला लिया है कि अब वह घाटे वाले रूटों और न के बराबर सवारियों वाले रूटों पर बसों को नहीं चलाएंगे. वहीं, इन रूटों पर चलने वाले चालकों परिचालकों को भी घर भेज दिया गया है. अधिकारियों का कहना है कि बसों को चलाने को लेकर डिमांड आने पर चालकों व परिचालकों को वापिस ऑन कॉल पर बुला लिया जाएगा.
लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए विभाग काम कर रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलासपुर पथ परिवहन निगम ने 150 चालकों व परिचालकों को घर भेज दिया है. बसें न चलने के कारण इन कर्मचारियों को घर भेजने का निर्णय लिया गया है, ताकि वह अपने घरों में रहकर सुरक्षित रह सके.
बिलासपुर आरएम मेहर सिंह ने बताया कि निगम ने जिला के कई रूट बंद किए है. डिमांड के हिसाब से अब रूट चलाए जाएंगे. प्रतिदिन निगम को घाटा हो रहा है, जिसको लेकर यह निर्णय लिया गया है. बंद किए गए रूटों पर सवारियां न होने के कारण निगम को कोई भी इनकम नहीं हो रही है.
इतनी हुई कमाई
एचआरटीसी बिलासपुर को पहले ही दिन 12,026, दूसरे दिन 28,581, तीसरे दिन 67,354 व चौथे दिन 74,980 रुपये की ही कमाई हुई है. अगर आम दिनों की बात करें तो निगम के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिदिन पांच से छह लाख रुपये की इनकम निगम हो होती थी,लेकिन अब पूरी तरह से निगम घाटे में चल रहा है.