बिलासपुरः हिमाचल पुलिस डीजीपी संजय कुंड्डू ने बिलासपुर का दौरा किया. उन्होंने इस दौरान कहा कि बिलासपुर पुलिस जल्द ही अब इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस होने जा रही है. बिलासपुर के नौणी चौक से लेकर बरमाणा तक सीसीटीवी कैमरों को इस सिस्टम के साथ अटैच किया जाएगा.
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम में किसी भी एंगल से तस्वीरें ली सकती हैं. डीजीपी ने बताया कि ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ट्रैफिक चालान ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर, एएनपीआर सीसीटीवी कैमरे द्वारा किया जाएगा. इस कैमरों द्वारा गाड़ी की नंबर प्लेट को देख चालक द्वारा तोड़े गए नियम को रिकॉर्ड करके उसकी फोटो दिन, तारीख व समय के साथ सीधे कंट्रोल रूम को जाएगी. जहां से चालान बनकर चालक के पते पर भेजा जाएगा.
बिलासपुर में पत्रकारवार्ता करते हुए डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि चालक पुलिस थाना, ट्रैफिक कंट्रोल रूम, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में चालान का भुगतान कर सकते हैं. सात दिन के अंदर भुगतान न करने पर चालान कोर्ट में भेज दिया जाएगा, इन कैमरों से बिगड़ैल चालकों की तेज रफ्तारी, स्पीड बाइकिंग, बाइक स्टंट, किसी को चोट मारकर भागना व चेन स्नेचिंग जैसी घटनाएं 24 घंटे सर्विलांस पर रहेंगी. पुलिस ने पहले चरण में ओवरस्पीड, बिना हेलमेट व ट्रिपल राइडिंग, सीट बेल्ट न लगाने पर चालान किया जाएगा.
क्या है एएनपीआर की सुविधा
ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर एएनपीआर कैमरों से शहर में कोई भी अपराध कर भाग रहा है या कोई वीवीआईपी शहर में आए हैं तो उनकी लोकेशन का पता चल पाएगा. सीसीटीवी के सर्वर में केवल गाड़ी का नंबर डालना होगा. नंबर डालते ही कैमरा उक्त नंबर के वाहन की तलाश शुरू कर देगा और जैसे ही उक्त नंबर का वाहन कैमरे की जद में आएगा. इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिल जाएगी. कंट्रोल रूम लगे स्क्रीन पर उक्त गाड़ी दिखने लगेगी. गाड़ी के दिखते ही लोकेशन पता चल जाएगा.
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