बिलासपुर: स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर के अधिकारियों व कर्मचारियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को पूरी तरह से विभाग की ओर से सुनिश्चित किया जा रहा है और उन्हें बेहतरीन गुणवत्ता युक्त पीपीई किटस, एन 95 मास्क व सेनिटाइजर दिए जाएंगे. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश दडोच ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए जिला बिलासपुर में इंटर स्टेट बेरियर नाका पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जिला में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच कर रही है.
डॉ. प्रकाश दडोच ने बताया कि अगर जांच के दौरान किसी व्यक्ति में खांसी, बुखार या सांस लेने में दिक्कत के लक्षण पाए जाते है तो उन्हें संस्थागत संगरोध किया जा रहा है और बाद ही 6 या 7 दिन उनका कोविड.19 के लिए सैंपल लिया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाती है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक 2602 कोविड 19 के सैंपल जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे जा चुके है. जिनमें से 29 सैंपल पॉजिटिव पाए गए है और इनमें से 17 लोग स्वस्थ हो चुके है. उन्होंने बताया कि जो भी मामले पॉजिटिव आ रहे है उनमें से अधिकतर मामलें, सिम्प्टोमैटिक है जिन्हें उपचार के लिए डेडिकेटिड कोविड केयर सेंटर शिवा आयुर्वेदिक कॉलेज चांदपुर में भेजा जा रहा है. सेंटर में उपचाराधीन लोगों का प्रशिक्षित स्वास्थ्य टीम की ओर से परीक्षण व उपचार किया जा रहा है और उनके लिए रहने व खाने-पीने की निशुल्क व्यवस्था की गई है.
डॉ. प्रकाश दड़ोच ने आम जनता से अपील की है कि दिन-रात जन सेवा में जुटे स्वास्थ्य विभाग के फ्रंट लाईन वर्कर्स को अपना पूरा सहयोग प्रदान करें ताकि उनका मनोबल बना रहे और वे बेहतर ढंग से अपनी सेवाएं दे सके. उन्होंने जनमानस से यह भी आग्रह किया कि खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत हो तो तुंरत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में दिखाएं ताकि उनका कोविड.19 के लिए टेस्ट किया जा सके.