बिलासपुर: सदर के पूर्व विधायक और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव बंबर ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से प्रश्न किया है कि ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में संलिप्त डॉ. राजीव बिंदल को फिर से अध्यक्ष बनाकर काम सौंपा. बिलासपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे उस समय पीपीई किट घोटाला, सैनिटाइजर घोटाला अन्य घोटालों में तत्कालीन अध्यक्ष तत्कालीन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल की संलिप्तता पाई गई थी और उसके चलते ही उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था, लेकिन उसके बाद कुछ ही दिनों में भाजपा सरकार ने उन्हें क्लीन चिट दे दी.
बंबर ठाकुर ने कहा कि ऐसा कौन सा स्नान डॉक्टर राजीव बिंदल ने किसी तीर्थ स्थल पर जाकर कर लिया कि उनके सारे पाप धुल गए और जगत प्रकाश नड्डा ने उन्हें फिर से अध्यक्ष बना दिया. उन्होंने कहा इसी तरह भाजपा के प्रदेश महासचिव त्रिलोक जम्वाल ने भी अथाह संपत्ति एकत्र कर रखी है. जिसकी आज तक कोई जांच नहीं हुई. बल्कि त्रिलोक जम्वाल को तो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का खास माना जाता है. उन्होंने कहा कि इस बारे में भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को जवाब देना चाहिए कि इस वकील के पास इतनी संपत्ति कहां से एकत्र हुई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी शीघ्र ही इस विषय पर महामहिम राज्यपाल और प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने वाली है और यह आग्रह करेगी कि इस सारे भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए.
बंबर ठाकुर ने हरीश नड्डा द्वारा चलाए गए अभियान पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि चेतना संस्था के माध्यम से वह सदर विधानसभा क्षेत्र में जिम खोल रहे हैं. यह इजाजत उन्हें किसने दी. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए विभिन्न दानी सज्जनों ने चेतना संस्था को खुलकर दान दिया है, लेकिन हरीश नड्डा चेतना का नाम प्रयोग करते हुए उस पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वास्तव में वह हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद का चुनाव लड़ने की फिराक में हैं और चेतना संस्था के दम पर वे इस वैतरणी को पार करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इस विषय की भी पूरी जांच होनी चाहिए कि किसी एनजीओ का पैसा इस तरह से क्यों बांटा जा रहा है.
बंबर ठाकुर ने कहा कि सदर के वर्तमान विधायक विभिन्न अधिकारियों को डरा धमका रहे हैं कि उन्हें सरकारी कार्यक्रमों में क्यों नहीं बुलाया जा रहा. बंबर ठाकुर ने कहा कि सदर के चुनाव परिणाम का मामला माननीय हाई कोर्ट में चल रहा है और अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. इसलिए त्रिलोक जम्वाल को सोचना चाहिए कि जब तक फैसला नहीं हो जाता तब तक उन्हें अधिकारियों से इस तरह बात करने का कोई हक नहीं है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार है जो कि आम जनता की सरकार है और सरकार की नीतियों पर चलना ही अधिकारियों का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को किसी प्रकार से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है.
वहीं, बंबर ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर सदर विस क्षेत्र में शक्ति का दुरूपयोग कर जबरन थोपे गए विधायकों ने इन छह महीनों में विधायक निधि की एक भी फूटी कौड़ी विकास पर खर्च नहीं की है. अलबता भाजपा ने अपने चहेतों के काम के लिए सरकार के पैसे का दुरूपयोग किया है, लेकिन अब प्रदेश की जनता ने भाजपा सरकार को बाहर का रास्ता दिखाकर प्रदेश के सभी क्षेत्रों के विकास के मार्ग प्रशस्त किए हैं. जिसके तहत पांच साल तक रूके कामों को एक बार फिर से गति मिलना शुरू हो गई है.
बंबर ठाकुर ने कहा कि गुरूद्वारा के पास बनी पार्किंग का काम पिछले पांच सालों से एक इंच भी आगे नहीं बढ़ पाया, लेकिन अब सत्ता परिवर्तन के बाद इस काम को गति मिली है. पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इसके लिए एक करोड़ तीन लाख रूपए की राशि स्वीकृत की है और इसके टेंडर भी हो चुके हैं.
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