बिलासपुरः कोरोना महामारी को लेकर जिला प्रशासन बिलासपुर की ओर से नई बंदिशें लागू कर दी गई हैं. जिला प्रशासन की ओर से इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई है. उपायुक्त ने बताया कि अब बिलासपुर जिला में सुबह 9 से शाम 7 बजे तक ही बाजार खुलें रहेंगे. अधिसूचना के अनुसार धार्मिक सहित अन्य कार्यक्रमों में अब 50 लोग ही शामिल हो पाएंगे. वहीं, दूसरी ओर शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे.
खाद्य वस्तुओं की दुकानें रहेंगी खुली
इसके अलावा इस शनिवार और रविवार को जिला के बाजार भी बंद रहेंगे. केवल मात्र आवश्यक खाद्य वस्तुओं की दुकानें ही खुली रहेंगी. जिला प्रशासन की ओर जारी अधिसूचना के अनुसार एक मई तक सभी शैक्षणिक संस्थान स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कोचिंग सेंटर जिला में बंद रहेंगे. इसके अलावा सभी नर्सिंग, मेडिकल, डेंटल कॉलेज खुलेंगे रहेंगे.
धार्मिक संस्थानों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध
वहीं, 23 अप्रैल से जिला में धार्मिक संस्थानों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. यहां पर केवल मात्र हर रोज होने वाली पूजा होगी. साथ ही मॉल्स, जिम, स्विमिंग पूल सहित अन्य संस्थान पहली मई तक बंद रहेंगे. इसके अलावा आवश्यक वस्तुओं की दुकानें जैसे सब्जी, फल विक्रेता, दूध, फार्मेसी की दुकानें, रेस्टोरेंट, ढाबा, होटल कोविड-19 के लिए जारी एसओपी के तहत ही खुलेंगे. शनिवार और रविवार को सभी सरकारी कार्यालय और व्यावसायिक परिसर बंद रहेंगे. सोमवार से शुक्रवार तक सरकारी कार्यालयों में वर्किंग के लिए कर्मचारी 50 फीसदी क्षमता के साथ कार्यालय में आएंगे और गर्भवती महिलाओं को इस अविध में अवकाश रहेगा.
जिला प्रशासन की अब अधिकतर बैठकें होंगी वर्चुअल
वहीं, जिला प्रशासन बिलासपुर की अब अधिकतर मीटिंग वर्चुअल होंगी. अधिकारियों के साथ प्लानिंग सहित अन्य कार्य की रूपरेखा अब वर्चुअल मीटिंग में ही तय की जाएगी. कोविड के बढ़ते खतरे को देखते हुए उपायुक्त ने यह निर्णय लिया हैं. उपायुक्त रोहित जम्वाल ने बताया कि एक साथ सभी लोगों व अधिकारियों को एकत्रित करना कोविड के खतरे को अधिक बढ़ाना है. इसके चलते यह निर्णय लिया गया है कि जिला के सभी उपमंडलों में तैनात अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठकें ही की जाएंगी.
कोरोना को लेकर सतर्क रहने का किया आग्रह
उधर, उपायुक्त रोहित जम्वाल ने बताया कि नई बंदिशें लगाई गई हैं, जिसके तहत इस बार शनिवार और रविवार को बाजार पूर्णतया बंद रहेंगे. वहीं, 50 फीसदी सवारियों के साथ बसें चलाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी बढ़ रही है, जिसके लिए लोगों को सतर्क रहने और कोरोना नियमों का पालन करने का आग्रह किया.
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