बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश के विश्वविख्यात शक्ति पीठ श्री नैना देवी में धूमधाम से माता रानी की जयंती मनाई गई. मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों, फूलों और गुब्बारों से सजाया गया है. पंजाब के पटियाला, लुधियाना, रोपड़ से आए कारीगरों ने मंदिर की सजावट का काम बखूबी किया गया है.
पंजाब की समाजसेवी संस्थाओं की ओर से इस उपलक्ष्य पर मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में खान-पान की भी उचित व्यवस्था की गई है. श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए गरमा-गरम स्वादिष्ट व्यंजन जिनमें गरम गजरेला, केसर वाला दूध, गुलाब जामुन, टिक्की और कईं तरह के स्वादिष्ट व्यंजन परोसे जा रहे हैं. खास बात ये है कि सभी खाद्य व्यंजन शुद्ध देसी घी से बनाए जा रहे हैं.
कोविड-19 नियमों का किया जा रहा पालन
हालांकि कोविड-19 महामारी के चलते मंदिर न्यास ने पूरी सतर्कता भी बरती है. मंदिर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है. माता की जयंती के शुभ अवसर पर श्रद्धालु मां के दर्शन करने के लिए भारी संख्यां में यहां पहुंच रहे हैं.
शिवालिक पर्वत श्रेणी की पहाड़ियों पर नैना देवी का भव्य मंदिर
बता दें की नैना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में है. यह शिवालिक पर्वत श्रेणी की पहाड़ियों पर स्थित एक भव्य मंदिर है. यह देवी के 51 शक्ति पीठों में शामिल है. वर्तमान में उत्तर भारत की नौ देवी यात्रा में नैना देवी का छटवां दर्शन होता है. वैष्णो देवी से शुरू होने वाली नौ देवी यात्रा में मां चामुण्डा देवी, मां वज्रेश्वरी देवी, मां ज्वाला देवी, मां चिंतपूर्णी देवी, मां नैना देवी, मां मनसा देवी, मां कालिका देवी, मां शाकम्भरी देवी सहारनपुर आदि शामिल हैं. नैना देवी हिंदूओं के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है.
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