बिलासपुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ. प्रकाश दडोच ने बताया कि जिला से अब तक 2545 लोगों के सैंपल कोविड-19 जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं. उनमें से 2474 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 29 की रिपार्ट अभी तक पॉजिटिव आई है. 42 सैंपल की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है. 17 लोग अभी तक कोरोना से ठीक होकर घर चले गए हैं.
प्रकाश दडोच ने बताया कि इन दिनों बाहरी राज्यों से भारी संख्या में लोग प्रदेश में अपने-अपने घर आ रहे हैं. सभी की बॉर्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और सरकार के आदेशानुसार रेड जोन से आने वालों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा जा रहा है. 5 से 7 दिनों के अंदर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है और रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है. सभी लोगों को डॉक्टर की अनुमति के हिसाब से क्वारंटाइन किया जा रहा है.
डॉ. प्रकाश ने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर चेकअप करवाने का आग्रह किया है. डॉक्टर की जांच के बाद उनके परार्मश के अनुसार अगर वो कोरोना टेस्ट बताए तो स्वास्थ्य संस्थान में जाकर अपना टेस्ट अवश्य करवाएं. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से जारी आदेशों के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य किए गए हैं. घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य और सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दंडनीय अपराध की श्रेणी में शामिल किया गया है. सभी लोगों को इन बातों का पालन करना होगा. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 के बारे में सभी को पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है. इसके लक्षण और बचाव के लिए बरतने वाली सावधानियों से भी अवगत रहना होगा.
डॉक्टर ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए गंदे हाथों से नाक, मुंह और आंखों को न छुएं. किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाएं, न गले लगें, सार्वजनिक स्थानों पर खुले में न थूकें, बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंकें, खुले में रखी किसी चीज का हाथ ना लगाएं, किसी चीज को अनावश्यक हाथ न लगाएं, जानवरों के संपर्क में आने से बचें, सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें, बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलें, आपालकाल स्थिति में ही अस्पतालों जाएं, अनावश्यक भीड इकट्ठा न करें, अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही अफवाहें फैलाएं.