बिलासपुर : शहर का सबसे ऐतिहासिक लक्ष्मी नारायण मंदिर को जिला प्रशासन के आदेशा के अनुसार शनिवार सुबह बंद कर दिया गया. दूरदराज के क्षेत्रों से मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं को कपाट बंद होने के कारण बाहर से ही माथा टेककर वापिस लौटना पड़ा.
इतिहास में पहली बार किसी वायरस की वजह से लक्ष्मी नायरण मंदिर के कपाट बंद करने पड़े हैं. कई दशकों पुराना यह मंदिर आज तक बंद नहीं हुआ था, लेकिन लोगों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार के आदेशों की पालना मंदिर न्यास को भी करनी पड़ी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला के माकर्डेंय मंदिर, बाबा नाहर सिंह मंदिर, हनुमान मंदिर सहित सभी मंदिरों के कपाट बंद करने के आदेश जारी हो गए हैं. जिसके चलते शनिवार सुबह से मंदिर में आने वाले श्रद्वालुओं को मायूसी हाथ में लगी.
वहीं, बिलासपुर में धारा 144 होने के चलते मंदिर परिसर में भी श्रद्वालुओं के बैठने पर पाबंदी है. धारा 144 के चलते कहीं भी भीड़ जुटने की अनुमति नहीं है. हालांकि अभी तक बिलासपुर में सभी संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. कोई भी व्यक्ति बिलासपुर जिला में कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है, लेकिन प्रशासन ने अपनी ओर से सारी तैयारियां पूरी कर एहतिहात बरतना शुरू कर दी है.
मंदिरों के कपाट बंद होने से अब श्रद्वालु अपने घरों में ही पूजा कर रहे हैं. वहीं, प्रशासन कहना है कि आगामी आदेशों तक मंदिर के कपाट बंद रखें जाएंगे.