बिलासपुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ. प्रकाश दडोच ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला से अब तक 2307 लोगों के सैंपल कोविड-19 की जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं. उनमें से 2263 सैंपल की रिपोर्ट्स नेगेटिव आई है और 22 की रिपोर्ट्स अभी तक पॉजिटिव पाई गई हैं. इनमें से 12 ठीक हो गए हैं, जबकि शेष 44 सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
डॉ. प्रकाश दडोच ने बताया कि आज कल बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घरों को आ रहें हैं. सभी लोगों की बार्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है. साथ ही सरकार के आदेशानुसार रेड जोन से आने वाले लोगों को इंस्टीचयूशनल क्वारंटाइन में रखा जा रहा है. इसके अलावा 5 से 7 दिनों के अंदर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. इस टेस्ट में नेगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होने पर वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाएं. यहां पर कोरोना टेस्ट के लिए कहने पर उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य संस्थान में जाकर अपना टेस्ट जरूर करवाएं.
डॉ. प्रकाश दडोच ने कहा कि सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य कर दिए हैं. घर से बाहर जाने पर मास्क का जरूरी और सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दंडनीय अपराध है. हम सबको इन बातों का पालन करना चाहिए. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 के बारे में सभी को पूरी जानकारी होना बहुत जरुरी है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए गंदे हाथों से नाक, मुंह और आंखों को न छुएं, किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाए, न गले लगाएं, सार्वजनिक स्थानों पर खुले में न थूके, बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंके, खुले में रखी किसी चीज का न छूएं और न ही किसी चीज को अनावश्यक हाथ लगाएं, जानवरों के संपर्क में आने से बचे, सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें, बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलें, अस्पतालों में बहुत ही जरुरी होने पर जाएं, अनावश्यक भीड़ न करें, अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही अफवाहें फैलाएं.