बिलासपुर: सुर्खियों में रहने वाला गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बिलासपुर एक बार फिर से विवादित चर्चाओं में आ गया है. इस बार मामला एक बायोटेक प्रथम वर्ष की छात्रा के कॉलेज को तीसरी मंजिल से छलांग लगाने का है. छात्रा को इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था. जहां. गंभीर हालत देखते हुए चिकित्सकों ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर प्रारम्भिक करवाई शुरू कर दी है. हालांकि इस बारे में किसी को ज्यादा जानकारी नहीं है कि छात्रा ने छलांग क्यों लगाई.
ऐसा भी कहा जा रहा है कि बिलासपुर कॉलेज की महिला प्राध्यापक छात्रा को प्रताड़ित कर रही थी. मंगलवार सुबह के समय जब छात्रा क्लास में थी तो तब भी छात्रा के साथ उक्त प्राध्यापक की किसी बात को लेकर बहस हुई थी. इसके बाद छात्रा ने ऐसा कदम उठाया है.
सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी कॉलेज पहुंच गई थी. इस दौरान कॉलेज स्टाफ ने तुरंत छात्रा को जिला अस्पताल पहुंचाया. हालत नाजुक होने पर छात्रा को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया. बताया जा रहा है कि छात्रा की दोनों टांगे टूट गयी हैं. साथ ही, छात्रा की कमर की हड्डी भी फ्रेक्चर हो गयी है.
वहीं, कॉलेज के प्रिंसिपल राम कृष्ण का कहना है कि छात्रा द्वारा इस तरह का कदम उठाने के पीछे क्या मकसद है अभी पता नहीं चल सका है. लेकिन कुछ स्टूडेंट का कहना है कि छात्रा मानसिक तनाव में थी. महिला प्राध्यापक द्वारा प्रताड़ना का मामला अगर सही पाया जाता है तो उनपर कॉलेज प्रबंधन सख्त कदम उठाएगा.
अस्पताल में दिखा अव्यवस्थाओं का आलम
जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में आपातकाल समय में अव्यवस्थाओं का आलम दिखा. जब छात्रा का इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा था तो यहां पर बिजली चले गयी थी. जिसके कारण काफी समय तक छात्रा का इलाज नहीं हो सका. वही, छात्रा का इलाज मोबाइल की लाइट में किया गया है. इस तरह अस्पताल प्रशासन की अव्यवस्थाओं का आलम दिखने पर प्रशासनिक अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.