बिलासपुरः सड़क दुर्घटना के 10 साल से अधिक पुराने मामले में अदालत से लगभग 2 वर्ष पहले उद्घोषित अपराधी करार दिए गए आरोपी को बिलासपुर पुलिस के पीओ सैल ने धर दबोचा. पीओ सेल की टीम ने मंडी के पांगणा क्षेत्र के रहने वाले हेतराम को उसके गांव में ही जाकर कार्रवाई की. अगली कार्रवाई के लिए उसे अब स्वारघाट पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार 19 जून 2009 को चंडीगढ़-मनाली एनएच पर स्वारघाट से कीरतपुर की ओर जा रहा एक तेज रफ्तार ट्रक पुलाचड़ के पास सड़क से नीचे लुढ़क गया था. उसी समय एक ट्रक कीरतपुर से स्वारघाट की ओर आ रहा था, जिसे सुंदरनगर के बारल गांव का प्रकाश चंद चला रहा था.
उसने अपना ट्रक सड़क के किनारे खड़ा किया और नीचे उतरकर दुर्घटनाग्रस्त ट्रक तक पहुंचा. उसका ड्राईवर पांगणा मंडी के मलौणी गांव का रहने वाला हेतराम था, जो घायल हो गया था. उसे सड़क तक पहुंचाने के बाद अस्पताल ले जाया गया.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सड़क दुर्घटना हेतराम द्वारा तेज रफ्तार और लापरवाही से ट्रक चलाने की वजह से हुई थी. छानबीन पूरी करने के बाद पुलिस ने अदालत में चालान पेश किया. हेतराम कुछ समय तक पेशी पर आता रहा, लेकिन बाद में उसने यह सिलसिला पूरी तरह बंद कर दिया.
इस पर अदालत ने 26 दिसंबर 2017 को उसे उद्घोषित अपराधी करार दिया था। पीओ सैल के इंचार्ज दौलतराम की अगुवाई में कांस्टेबल राजकुमार व राकेश ने उसे कई जगह तलाश किया. गत शुक्रवार शाम पीओ सैल की टीम ने उसे उसके गांव में धर दबोचा.