बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में जमापूंजी पर ज्यादा ब्याज का लालच देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. प्रदेश में पहले भी कई लोगों ने ऐसी फ्रॉड कंपनियों के झांसे में आकर लाखों रुपए गंवाए हैं. ऐसा ही एक मामला घुमारवीं में सामने आया है. जहां एक कंपनी ने पहले तो एफडी-आरडी में ज्यादा ब्याज का लालच देकर लोगों से लाखों रुपयों का निवेश करवाया. फिर कंपनी के संचालक लाखों रुपयों की ठगी करके फरार हो गए.
10 लाख से ज्यादा की ठगी: पीड़ित लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस थाना घुमारवीं में दर्ज करवाई है. शिकायतकर्ता ने घुमारवीं पुलिस को बताया कि उसके समेत अन्य 10 लोगों के साथ कुल 10 लाख 4 हजार 65 रुपए की ठगी हुई है. शिकायतकर्ता ने बताया कि ठगी का पता उन्हें तब चला, जब वह लोग पैसा लेने के लिए कंपनी के ऑफिस में गए. जब वे लोग ऑफिस पहुंचे तो वहां पर ताला लटका हुआ था. जिसके बाद उन्हें यह मालूम हो गया कि शातिरों ने कंपनी के नाम पर उनके साथ ठगी की है. शिकायतकर्ताओं ने घुमारवीं पुलिस को आरोपियों के नाम, पता के साथ एक शिकायत पत्र दिया है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने जीवन सहारा निधि कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
किस तरह दिया ठगी को अंजाम: शिकायतकर्ता विशाल नड्डा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि अतुल कुमार नाम के एक व्यक्ति ने घुमारवीं में जीवन सहारा निधि नाम से एक निजी कंपनी खोली थी. इस कंपनी की ओर से एफडी-आरडी की जाती थी, साथ भी लोन भी दिया जाता था. फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी हर रोज लोगों से आरडी के पैसे लेते और उस की प्रविष्टि एक पासबुक में करके देते थे. अतुल कुमार ने जब यह शाखा खोली तो सभी को विश्वास में रखकर कंपनी में एफडी-आरडी करवाने के लिए कहा और कंपनी के सभी कर्मचारी भी घुमारवीं के आसपास के ही थे. इसलिए लोगों ने भी उन पर भरोसा करके लाखों रुपयों का निवेश कर दिया. जिसके बाद कंपनी के संचालकों ने पहले लाखों रुपए इकट्ठा किए और फिर फरार हो गए.
सभी कर्मचारियों ने घुमारवीं के स्थानीय लोगों और अपने परिचितों की एफडी और आरडी करवाई, लेकिन जब आरडी-एफडी की अवधि पूरी हुई तो अतुल कुमार और कंपनी के कर्मचारी चुपचाप से कार्यालय बंद कर चले गए. मामला दर्ज कर लिया गया है. धोखाधड़ी के मामले में जांच की जा रही है. - विपिन चौधरी, एसएचओ घुमारवीं
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