बिलासपुर: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर प्रशासन की कार्यप्रणाली शक के घेरे में आ गई है. मामला यह है कि कॉलेज प्रशाशन ने नियमों को ताक पर रखकर एक ऐसे युवक को कॉलेज मैस का ठेका दे दिया, जो नियमों के मुताबिक तो बिल्कुल नहीं है.
बिलासपुल कॉलेज में जिस शख्स को मैस का टेंडर दिया गया है वो पिछले एक महीने से छात्रों को बिना फूड लाइसेंस के ही खाना खिला रहा था. जबकि यूनिवर्सिटी के नियम देखे जाएं तो बिना फूड एंड सेफ्टी लाइसेंस के छात्रों को खाना नहीं खिलाया जा सकता.
वहीं, जब कॉलेज प्रशासन ने इस युवक से मैस का ठेका वापिस लिया, तो उसने सत्ता का रौब दिखाकर कॉलेज प्रिंसिपल को धमकाना शुरू कर दिया. इसके साथ ही कॉलेज के कई अध्यापकों को वह जान से मारने की धमकी भी दे चुका है. अब सवाल यह पैदा होता है कि जब कॉलेज प्रशासन को इस युवक के बारे में सब पता था तो फिर किस आधार पर मैस का ठेका दिया गया.
बता दें कि कॉलेज हॉस्टल में 6 सितंबर के बाद से खाना बनना बंद हो गया है, क्योंकि कॉलेज में उस युवक ने ताला लगाया हुआ जहां पर कॉलेज मैस का खाना बनाया जाता है. वहीं, तब से कॉलेज हॉस्टल के विद्यार्थी बाहर का खाना खा रहे हैं.
बीते दो दिन पहले ही यहां पर 10 के करीब छात्राएं फूड पॉइजनिंग की भी शिकार हो गई है. जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. उधर, हॉस्टल के छात्रों ने बताया कि उन्हें 6 सितंबर के बाद मैस में खाना नहीं मिल रहा है. जिस व्यकि को मैस का ठेका दिया हुआ है वह शराब के नशे में कभी भी यहां पर आता है और उन्हें मारने की धमकी दे रहा है.
शराब पीने का वीडियो भी हुआ वायरल
संबंधित युवक का कॉलेज के हॉस्टल में सरेआम शराब पीकर हुड़दंग मचाने का वीडियो भी वायरल हुआ है. वहीं, युवक अपने साथ उन लड़कों को भी रात के समय हॉस्टल में लाया था जो चिट्टे के मामले में कई बार हवालात जा चुके हैं. ऐसे में कॉलेज प्रशासन की सुरक्षा प्रणाली पर भी सवाल उठना शुरू हो गए हैं.
क्या कहते हैं कॉलेज प्रिंसिपल?
बिलासपुर कॉलेज प्रिंसिपल रामकृष्ण ने बताया कि मामला ध्यान में आया है. संबंधित व्यक्ति की शिकायत पुलिस थाना में दे दी गयी है.