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कांग्रेस ने स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित घोटालों पर घेरी सरकार, कहा: देवभूमि हुई शर्मसार

अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश धर्माणी ने भी स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों को लेकर जयराम सरकार पर हमला बोला है. धर्माणी का आरोप है कि कोरोना महामारी के समय हुए घोटालों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है.

All India National Congress Committee
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी
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Published : Jun 11, 2020, 5:20 PM IST

Updated : Jun 11, 2020, 7:50 PM IST

बिलासपुर: स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. विपक्ष का कहना है कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है और जनता ने जिस बदलाव की उम्मीद में भाजपा को वोट दिए थे, वह सफल नहीं हुआ है.

वहीं, अब अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश धर्माणी ने भी स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों को लेकर जयराम सरकार पर हमला बोला है. धर्माणी का आरोप है कि कोरोना महामारी के समय हुए घोटालों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है और इन मामलों की जांच किसी वरिष्ठ न्यायाधीश से करवाई जानी चाहिए.

वीडियो.

स्वास्थ्य विभाग में एक के बाद एक घोटाले सामने आए उससे प्रदेश की छवि शर्मसार हुई है. इससे आमजन का सरकार के प्रति भरोसा भी कम हुआ है. अगर जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो कांग्रेस के पास अन्य विकल्प खुले हैं. राजेश धर्माणी ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि कोरोना महामारी के बीच जनता के पैसों का किस तरह से दुरुपयोग किया गया हैं.

राजेश धर्माणी ने कहा पहली बार ऐसा मामला उजागर हुआ है, जिससे पूरे प्रदेश की छवि धूमिल हुई है. यही नहीं इससे पहले देश और प्रदेश के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी विभाग में घोटाला हुआ हो और इस्तीफा पार्टी का अध्यक्ष दे रहा हो.

धर्माणी ने कहा कि बात सिर्फ स्वास्थ्य निदेशक की गिरफ्तारी तक ही खत्म नहीं होनी चाहिए बल्कि इस मामले की तह तक जाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि भविष्य में दोबारा कोई भी ऐसा न कर पाए. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य विभाग में घोटाला होना शर्मसार करने वाली घटना है.

स्वास्थ्य विभाग में खरीद फरोख्त में गड़बड़झाला हुआ और तीन गुणा ज्यादा कीमत पर सेनिटाइजर की खरीददारी की गई. यही नहीं बिलासपुर जिला में पीपीई किट में भी घोटाला सामने आया है. कम गुणवत्ता वाली किट खरीदकर कोरोना वॉरियर्स की जान जोखिम में डाली गई.

धर्माणी ने बताया कि जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री बनते ही अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह युवा मुख्यमंत्री हैं और उनके शासनकाल में रिटायरी और टाइड लोगों के लिए जगह नहीं होगी, लेकिन सरकार उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है.

बता दें कि कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग के निदेशक का एक ऑडियो वायरल हुआ था. आरोप है कि ऑडियो में स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद को लेकर पैसों के लेन-देन की बातचीत हो रही थी. ऑडियो वायरल होने के बाद विजिलेंस ने स्वास्थ्य निदेशक को गिरफ्तार किया था.

ऑडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस समेत अन्य संगठन बीजेपी पर हमलावर हो गए थे. विपक्ष ने इस इस मामले में बीजेपी के बड़े नेताओं का हाथ बताया था. चौतरफा होते हमलों के बाद राजीव बिंदल को अपना बीजेपी अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था. हलांकि विपक्ष समेत कई संगठन बिंदल के इस्तीफे से खुश नहीं हैं और सीएम के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं.

बिलासपुर: स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. विपक्ष का कहना है कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है और जनता ने जिस बदलाव की उम्मीद में भाजपा को वोट दिए थे, वह सफल नहीं हुआ है.

वहीं, अब अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश धर्माणी ने भी स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों को लेकर जयराम सरकार पर हमला बोला है. धर्माणी का आरोप है कि कोरोना महामारी के समय हुए घोटालों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है और इन मामलों की जांच किसी वरिष्ठ न्यायाधीश से करवाई जानी चाहिए.

वीडियो.

स्वास्थ्य विभाग में एक के बाद एक घोटाले सामने आए उससे प्रदेश की छवि शर्मसार हुई है. इससे आमजन का सरकार के प्रति भरोसा भी कम हुआ है. अगर जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो कांग्रेस के पास अन्य विकल्प खुले हैं. राजेश धर्माणी ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि कोरोना महामारी के बीच जनता के पैसों का किस तरह से दुरुपयोग किया गया हैं.

राजेश धर्माणी ने कहा पहली बार ऐसा मामला उजागर हुआ है, जिससे पूरे प्रदेश की छवि धूमिल हुई है. यही नहीं इससे पहले देश और प्रदेश के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी विभाग में घोटाला हुआ हो और इस्तीफा पार्टी का अध्यक्ष दे रहा हो.

धर्माणी ने कहा कि बात सिर्फ स्वास्थ्य निदेशक की गिरफ्तारी तक ही खत्म नहीं होनी चाहिए बल्कि इस मामले की तह तक जाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि भविष्य में दोबारा कोई भी ऐसा न कर पाए. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य विभाग में घोटाला होना शर्मसार करने वाली घटना है.

स्वास्थ्य विभाग में खरीद फरोख्त में गड़बड़झाला हुआ और तीन गुणा ज्यादा कीमत पर सेनिटाइजर की खरीददारी की गई. यही नहीं बिलासपुर जिला में पीपीई किट में भी घोटाला सामने आया है. कम गुणवत्ता वाली किट खरीदकर कोरोना वॉरियर्स की जान जोखिम में डाली गई.

धर्माणी ने बताया कि जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री बनते ही अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह युवा मुख्यमंत्री हैं और उनके शासनकाल में रिटायरी और टाइड लोगों के लिए जगह नहीं होगी, लेकिन सरकार उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है.

बता दें कि कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग के निदेशक का एक ऑडियो वायरल हुआ था. आरोप है कि ऑडियो में स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद को लेकर पैसों के लेन-देन की बातचीत हो रही थी. ऑडियो वायरल होने के बाद विजिलेंस ने स्वास्थ्य निदेशक को गिरफ्तार किया था.

ऑडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस समेत अन्य संगठन बीजेपी पर हमलावर हो गए थे. विपक्ष ने इस इस मामले में बीजेपी के बड़े नेताओं का हाथ बताया था. चौतरफा होते हमलों के बाद राजीव बिंदल को अपना बीजेपी अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था. हलांकि विपक्ष समेत कई संगठन बिंदल के इस्तीफे से खुश नहीं हैं और सीएम के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं.

Last Updated : Jun 11, 2020, 7:50 PM IST
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