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यूक्रेन संकट: भारतीयों को आज ही कीव छोड़ने की सलाह, निकासी अभियान में शामिल हो सकती है वायुसेना

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को अपने नागरिकों को रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बीच राजधानी कीव को आज ही छोड़ने की सलाह दी है. दूतावास ने कहा कि जो भी साधन मिलता है उसकी सहायता से किसी भी हाल में आज ही कीव छोड़ दें. इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायुसेना से यूक्रेन से निकासी अभियान में शामिल होने को कहा है.

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यूक्रेन में बड़ा संकट: भारतीय दूतावास की सलाह- आज ही छोड़ें कीव
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Published : Mar 1, 2022, 2:11 PM IST

Updated : Mar 1, 2022, 2:58 PM IST

नई दिल्ली/ कीव: रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बीच भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को राजधानी कीव को आज ही छोड़ने की सलाह दी है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, 'कीव में भारतीयों के लिए सलाह, छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों को आज तत्काल कीव छोड़ने की सलाह दी जाती है. ट्रेन सहित किसी भी उपलब्ध साधन से कीव छोड़ दें.'

  • Advisory to Indians in Kyiv

    All Indian nationals including students are advised to leave Kyiv urgently today. Preferably by available trains or through any other means available.

    — India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 1, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस बीच, 'ऑपरेशन गंगा' के तहत चल रहे निकासी प्रयासों को तेज करने के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) को निकासी प्रयासों में शामिल होने के लिए कहा है. सूत्रों ने कहा, 'हमारी वायुसेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से यह सुनिश्चित होगा कि कम समय सीमा में अधिक लोगों को निकाला जा सके और यह मानवीय सहायता को और अधिक कुशलता से वितरित करने में भी मदद करेगा.'

सूत्र ने कहा कि भारतीय वायुसेना के मंगलवार से ऑपरेशन गंगा के तहत कई सी-17 विमान तैनात करने की संभावना है. बता दें, लगभग 14,000 भारतीय नागरिक अभी भी युद्धग्रस्त देश में हैं, सरकारी अधिकारियों ने कहा कि आईएएफएक निकासी योजना के साथ तैयार है. निकासी के प्रयासों को अंजाम देने के लिए आईएएफ परिवहन विमानों को शामिल करना आवश्यक था, क्योंकि हजारों भारतीय कीव, खारकीव और ओडेसा में फंसे हुए हैं.

सूत्रों ने आगे कहा कि सी-17 ग्लोबमास्टर जैसे आईएएफ परिवहन विमान में बड़ी वहन क्षमता है और नागरिक एयरलाइंस की तुलना में यूक्रेन के पड़ोसी देशों से बड़ी संख्या में निकासी की जा सकती है. प्रधानमंत्री मोदी व्यक्तिगत रूप से निकासी मिशन की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने सोमवार शाम तक तीन उच्च स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता की है. अब तक, 1600 से अधिक भारतीय छात्रों को आज सुबह तक यूक्रेन से निकाला जा चुका है.

यूक्रेन में रूस के हमले जारी हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कीव में रूसी सैन्य वाहनों का एक लंबा काफिला दिखाई दे रहा है, जो कीव के उत्तर-पश्चिम में रोडवेज के किनारे से जा रहा है. अमेरिका की एक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कंपनी द्वारा जारी तस्वीर में सैकड़ों टैंक, तोपखाने, बख्तरबंद और लॉजिस्टिक वाहन देखे जा सकते हैं.

ये भी पढ़ें- यूक्रेन संकट के बीच प्रधानमंत्री ने की राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात

नई दिल्ली/ कीव: रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बीच भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को राजधानी कीव को आज ही छोड़ने की सलाह दी है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, 'कीव में भारतीयों के लिए सलाह, छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों को आज तत्काल कीव छोड़ने की सलाह दी जाती है. ट्रेन सहित किसी भी उपलब्ध साधन से कीव छोड़ दें.'

  • Advisory to Indians in Kyiv

    All Indian nationals including students are advised to leave Kyiv urgently today. Preferably by available trains or through any other means available.

    — India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 1, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस बीच, 'ऑपरेशन गंगा' के तहत चल रहे निकासी प्रयासों को तेज करने के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) को निकासी प्रयासों में शामिल होने के लिए कहा है. सूत्रों ने कहा, 'हमारी वायुसेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से यह सुनिश्चित होगा कि कम समय सीमा में अधिक लोगों को निकाला जा सके और यह मानवीय सहायता को और अधिक कुशलता से वितरित करने में भी मदद करेगा.'

सूत्र ने कहा कि भारतीय वायुसेना के मंगलवार से ऑपरेशन गंगा के तहत कई सी-17 विमान तैनात करने की संभावना है. बता दें, लगभग 14,000 भारतीय नागरिक अभी भी युद्धग्रस्त देश में हैं, सरकारी अधिकारियों ने कहा कि आईएएफएक निकासी योजना के साथ तैयार है. निकासी के प्रयासों को अंजाम देने के लिए आईएएफ परिवहन विमानों को शामिल करना आवश्यक था, क्योंकि हजारों भारतीय कीव, खारकीव और ओडेसा में फंसे हुए हैं.

सूत्रों ने आगे कहा कि सी-17 ग्लोबमास्टर जैसे आईएएफ परिवहन विमान में बड़ी वहन क्षमता है और नागरिक एयरलाइंस की तुलना में यूक्रेन के पड़ोसी देशों से बड़ी संख्या में निकासी की जा सकती है. प्रधानमंत्री मोदी व्यक्तिगत रूप से निकासी मिशन की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने सोमवार शाम तक तीन उच्च स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता की है. अब तक, 1600 से अधिक भारतीय छात्रों को आज सुबह तक यूक्रेन से निकाला जा चुका है.

यूक्रेन में रूस के हमले जारी हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कीव में रूसी सैन्य वाहनों का एक लंबा काफिला दिखाई दे रहा है, जो कीव के उत्तर-पश्चिम में रोडवेज के किनारे से जा रहा है. अमेरिका की एक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कंपनी द्वारा जारी तस्वीर में सैकड़ों टैंक, तोपखाने, बख्तरबंद और लॉजिस्टिक वाहन देखे जा सकते हैं.

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Last Updated : Mar 1, 2022, 2:58 PM IST
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