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क्रशर उद्योग को एनओसी देने पर भड़के ग्रामीण, डीसी कार्यालय पहुंचकर किया उग्र प्रदर्शन

हरोली उपमंडल की पालकवाह ग्राम पंचायत के गांव ठाकरां में स्थापित होने वाले क्रशर उद्योग के खिलाफ ग्रामीण लामबंद हो गए (Protest Against crusher in Palakwah) हैं. ग्रामीणों के साथ पंचायत के कुछ सदस्यों ने भी इस उद्योग पर कड़ा एतराज जताते हुए इसे ग्रामीणों की सेहत के साथ सीधे-सीधे खिलवाड़ करार दिया है. बुधवार को दर्जनों ग्रामीण पंचायत के अन्य सदस्यों की अगुवाई में इस उद्योग के लिए पंचायत प्रधान द्वारा दी गई एनओसी का विरोध दर्ज करवाने के लिए डीसी कार्यालय (villagers meet dc Una) पहुंचे.

Protest Against crusher in Palakwah
क्रशर उद्योग को एनओसी देने पर भड़के ग्रामीण
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Published : Apr 27, 2022, 6:39 PM IST

ऊना: हरोली उपमंडल के ठाकरां गांव में ग्राम पंचायत प्रधान द्वारा प्रस्तावित क्रशर को एनओसी दिए जाने को लेकर ग्रामीण भड़क उठे (Protest Against crusher in Palakwah) हैं. बुधवार को ग्रामीणों ने पंचायत सदस्यों की अगुवाई में प्रधान के इस फैसले का विरोध करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचकर इस मामले पर विरोध जताया. ग्रामीणों के साथ पहुंचे पंचायत सदस्यों का कहना है कि प्रधान ने एकतरफा फैसला करते हुए बिना किसी पंचायत सदस्य की सहमति से इस उद्योग के लिए एनओसी दे दी है. जबकि गांव में स्थित दो बड़े धार्मिक स्थलों के साथ-साथ सैकड़ों लोगों की आबादी भी इस उद्योग के स्थापित होने से प्रभावित होने वाली है.

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि अब भी इस उद्योग को यहां पर स्थापित किया गया तो उग्र प्रदर्शन किया (Protest Against crusher in Una) जाएगा. डीसी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि गांव में दो बड़े धार्मिक स्थल हैं, जहां पर हजारों श्रद्धालुओं का आना जाना रहता है. इस उद्योग के यहां स्थापित होने से सैकड़ों वर्ष पुराने इन धार्मिक स्थलों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा. इतना ही नहीं इस उद्योग के यहां आने से ग्रामीणों की सेहत पर भी काफी प्रतिकूल असर पड़ने वाला है. ग्रामीणों की अगुवाई कर रही पंचायत सदस्य निशा देवी (villagers meet dc Una) ने बताया कि पंचायत के प्रधान ने एकतरफा एनओसी जारी करते हुए इस उद्योग को यहां पर स्थापित करने की हरी झंडी दे दी है, लेकिन जब पंचायत के अन्य सदस्यों ने इस पर विरोध दर्ज कराया तो पंचायत प्रधान उनके विरोध को अनसुना कर रहे हैं.

क्रशर उद्योग को एनओसी देने पर भड़के ग्रामीण. (वीडियो)

उन्होंने कहा कि यदि जिला प्रशासन ने पंचायत प्रधान द्वारा दी गई एनओसी को रद्द न किया तो आने वाले समय में ग्रामीणों को साथ लेकर इस मामले पर उग्र आंदोलन भी किया जा सकता है. जिसकी जिम्मेदारी पंचायत प्रधान के साथ साथ जिला प्रशासन की ही होगी. वहीं, डीसी ऊना राघव शर्मा (dc una on crusher industry) ने कहा कि प्रस्तावित क्रशर उद्योग के विरोध में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला (crusher industry in una) है, इस संदर्भ में खनन विभाग से रिपोर्ट तलब करवाकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

ऊना: हरोली उपमंडल के ठाकरां गांव में ग्राम पंचायत प्रधान द्वारा प्रस्तावित क्रशर को एनओसी दिए जाने को लेकर ग्रामीण भड़क उठे (Protest Against crusher in Palakwah) हैं. बुधवार को ग्रामीणों ने पंचायत सदस्यों की अगुवाई में प्रधान के इस फैसले का विरोध करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचकर इस मामले पर विरोध जताया. ग्रामीणों के साथ पहुंचे पंचायत सदस्यों का कहना है कि प्रधान ने एकतरफा फैसला करते हुए बिना किसी पंचायत सदस्य की सहमति से इस उद्योग के लिए एनओसी दे दी है. जबकि गांव में स्थित दो बड़े धार्मिक स्थलों के साथ-साथ सैकड़ों लोगों की आबादी भी इस उद्योग के स्थापित होने से प्रभावित होने वाली है.

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि अब भी इस उद्योग को यहां पर स्थापित किया गया तो उग्र प्रदर्शन किया (Protest Against crusher in Una) जाएगा. डीसी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि गांव में दो बड़े धार्मिक स्थल हैं, जहां पर हजारों श्रद्धालुओं का आना जाना रहता है. इस उद्योग के यहां स्थापित होने से सैकड़ों वर्ष पुराने इन धार्मिक स्थलों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा. इतना ही नहीं इस उद्योग के यहां आने से ग्रामीणों की सेहत पर भी काफी प्रतिकूल असर पड़ने वाला है. ग्रामीणों की अगुवाई कर रही पंचायत सदस्य निशा देवी (villagers meet dc Una) ने बताया कि पंचायत के प्रधान ने एकतरफा एनओसी जारी करते हुए इस उद्योग को यहां पर स्थापित करने की हरी झंडी दे दी है, लेकिन जब पंचायत के अन्य सदस्यों ने इस पर विरोध दर्ज कराया तो पंचायत प्रधान उनके विरोध को अनसुना कर रहे हैं.

क्रशर उद्योग को एनओसी देने पर भड़के ग्रामीण. (वीडियो)

उन्होंने कहा कि यदि जिला प्रशासन ने पंचायत प्रधान द्वारा दी गई एनओसी को रद्द न किया तो आने वाले समय में ग्रामीणों को साथ लेकर इस मामले पर उग्र आंदोलन भी किया जा सकता है. जिसकी जिम्मेदारी पंचायत प्रधान के साथ साथ जिला प्रशासन की ही होगी. वहीं, डीसी ऊना राघव शर्मा (dc una on crusher industry) ने कहा कि प्रस्तावित क्रशर उद्योग के विरोध में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला (crusher industry in una) है, इस संदर्भ में खनन विभाग से रिपोर्ट तलब करवाकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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