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मां छिन्नमस्तिका जयंती के अवसर पर दुल्हन की तरह सजा माता चिंतपूर्णी का पावन दरबार

मां छिन्नमस्तिका की जयंती वैशाख मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है. माता चिंतपूर्णी के दरबार में (Mata Chintpurni Una) छिन्नमस्तिका जयंती समारोह के लिए भव्य आयोजन किया जा रहा है. मां छिन्नमस्तिका की जयंती के उपलक्ष्य में माता के दरबार को दुल्हन की तरह सजाया गया है.

Chhinnamastika Jayanti 2022
मां छिन्नमस्तिका की जयंती
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Published : May 15, 2022, 8:58 PM IST

ऊना: माता चिंतपूर्णी के दरबार में छिन्नमस्तिका जयंती समारोह के लिए भव्य आयोजन किया जा रहा है. मां छिन्नमस्तिका की जयंती के उपलक्ष्य में माता के दरबार को दुल्हन की तरह सजाया गया है. वहीं, पुजारी वर्ग द्वारा इस भव्य आयोजन के दौरान 24 घंटे का महायज्ञ शुरू किया गया. रविवार सुबह शुरू हुए इस महायज्ञ की पूर्णाहुति सोमवार सुबह डाली जाएगी. गौरतलब है कि मां छिन्नमस्तिका की जयंती वैशाख मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है.

उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठ मन्दिर माता चिंतपूर्णी (Mata Chintpurni Una) में 16 मई को माता छिन्नमस्तिका जयंती धूम धाम से मनाई जाएगी. समारोह के लिए माता के मंदिर को रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया है. वहीं, दूसरी तरफ पुजारी वर्ग द्वारा इस साल भी विश्व शान्ति व माता छिन्नमस्तिका जयंती के उपलक्ष्य पर 24 घंटे का महायज्ञ किया जा रहा है, जो 15 मई सुवह 8 बजे से प्रारंभ किया गया है और पूर्ण आहुति 16 मई सुबह 9 से 10 के करीब पूर्ण आहुति डाली जाएगी.

मां छिन्नमस्तिका जयंती के अवसर पर दुल्हन की तरह सजा माता चिंतपूर्णी का पावन दरबार

पुजारी वर्ग के प्रतिनिधि संदीप कालिया ने कहा कि छिन्नमस्तिका जयंती वैशाख मास की पूर्णिमा के (Mata Chintpurni Una) दिन मनाई जाती है. इस दिन विश्व शान्ति के लिए पुजारी वर्ग द्वारा हवन यज्ञ किया जाता है जो कि 24 घंटे चलता है. इस दौरान माता से यही प्रार्थना की जाती हैं कि मां विश्व में शान्ति बनाए रखें. माता के सभी भक्तों को उनका शुभाशीष मिलता रहे.

ये भी पढ़ें: शिमला: हनुमान मंदिर जाखू में विशाल भंडारे का हुआ आयोजन
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ऊना: माता चिंतपूर्णी के दरबार में छिन्नमस्तिका जयंती समारोह के लिए भव्य आयोजन किया जा रहा है. मां छिन्नमस्तिका की जयंती के उपलक्ष्य में माता के दरबार को दुल्हन की तरह सजाया गया है. वहीं, पुजारी वर्ग द्वारा इस भव्य आयोजन के दौरान 24 घंटे का महायज्ञ शुरू किया गया. रविवार सुबह शुरू हुए इस महायज्ञ की पूर्णाहुति सोमवार सुबह डाली जाएगी. गौरतलब है कि मां छिन्नमस्तिका की जयंती वैशाख मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है.

उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठ मन्दिर माता चिंतपूर्णी (Mata Chintpurni Una) में 16 मई को माता छिन्नमस्तिका जयंती धूम धाम से मनाई जाएगी. समारोह के लिए माता के मंदिर को रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया है. वहीं, दूसरी तरफ पुजारी वर्ग द्वारा इस साल भी विश्व शान्ति व माता छिन्नमस्तिका जयंती के उपलक्ष्य पर 24 घंटे का महायज्ञ किया जा रहा है, जो 15 मई सुवह 8 बजे से प्रारंभ किया गया है और पूर्ण आहुति 16 मई सुबह 9 से 10 के करीब पूर्ण आहुति डाली जाएगी.

मां छिन्नमस्तिका जयंती के अवसर पर दुल्हन की तरह सजा माता चिंतपूर्णी का पावन दरबार

पुजारी वर्ग के प्रतिनिधि संदीप कालिया ने कहा कि छिन्नमस्तिका जयंती वैशाख मास की पूर्णिमा के (Mata Chintpurni Una) दिन मनाई जाती है. इस दिन विश्व शान्ति के लिए पुजारी वर्ग द्वारा हवन यज्ञ किया जाता है जो कि 24 घंटे चलता है. इस दौरान माता से यही प्रार्थना की जाती हैं कि मां विश्व में शान्ति बनाए रखें. माता के सभी भक्तों को उनका शुभाशीष मिलता रहे.

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