ऊना: हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा से ठीक पूर्व प्रश्न पत्र लीक मामले पर युवा कांग्रेस द्वारा की जा रही भूख हड़ताल के तीसरे दिन वीरवार को नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा ने डीसी कार्यालय पहुंचकर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए सीबीआई को पेपर लीक मामले की जांच सौंपे जाने के लिए कांग्रेस के दबाव को कारगर बताया. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के समय में पेपर लीक का यह पहला मामला नहीं है. प्रदेश के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अपना पद छोड़ देना चाहिए.
युवा कांग्रेस द्वारा डीसी कार्यालय परिसर में पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर की जा रही क्रमिक भूख हड़ताल के तीसरे दिन वीरवार को नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता सुधीर शर्मा, इंटक अध्यक्ष हरदीप बाबा और अमितपाल सिंह ने खुद पहुंचकर कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई की. इस मौके पर उन्होंने युवा कांग्रेस द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ छेड़े गए हस्ताक्षर अभियान में भी भाग लेते हुए हस्ताक्षर किए. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के दबाव में सरकार को इस मामले की जांच सीबीआई को देने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि जब मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जा चुकी है तो ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा गठित की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को फौरन इस मामले की जांच से हटाया जाना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप जड़ा कि पेपर लीक का यह मामला सबसे बड़ा स्कैम है. प्रदेश सरकार द्वारा गठित की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ कर सकती है, लिहाजा फौरन उसे इस मामले की जांच से हटाया जाना बेहद जरूरी है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में जितने पेपर लीक अभी तक हो चुके हैं उनको देखते हुए प्रदेश सरकार के मुखिया को नैतिकता के आधार पर अपना पद छोड़ देना चाहिए. उन्होंने कहा कि आने वाले चंद महीनों में हिमाचल की जनता प्रदेश सरकार को सत्ता से बेदखल करने वाली है. ऐसे में बेहतर होगा यदि प्रदेश के मुख्यमंत्री नैतिक आधार पर इस्तीफा देते हुए इस मामले में अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करें.