ऊनाः कोविड-19 की तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक खतरा मंडराते देख जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. दूसरी लहर के दौरान भी सैकड़ों बच्चों के संक्रमित पाए जाने के बाद तीसरी लहर के और भी भयावह होने की आशंका बढ़ गई है. तीसरी लहर के दौरान बच्चों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की अच्छी सेवाएं मिल सके. इसके लिए विभागीय स्तर पर बैठकों का दौर शुरू हो गया है. वहीं, इसे लेकर शुक्रवार को सीएमओ ऊना ने शिशु रोग विशेषज्ञों के साथ बैठक कर रुपरेखा तैयार की.
तीसरी लहर के प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक आयोजित की जा चुकी है, जबकि डीसी की अगुवाई में एक अन्य बैठक कुछ ही दिनों में प्रस्तावित भी है. वहीं, 2021 के मार्च महीने से अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने वाले लोगों में रोजाना 20 से 25 बच्चे पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. बच्चों के संक्रमित पाए जाने की तादाद अप्रत्याशित है. अकेले मई माह में 650 से अधिक बच्चे वायरस की चपेट में आ चुके हैं.
संक्रमण का ट्रेंड अब यंग एज की तरफ अधिक बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. प्रदेश सरकार की तरफ से तीसरी लहर को लेकर भी गाइडलाइंस आ चुकी है, जिसमें बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखने की हिदायत जारी की गई है. बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए विशेष प्रबंध करने को कहा गया है.
शिशु विशेषज्ञों के साथ एडीसी बैठक
इस संबंध में जिला प्रशासन के साथ एक बैठक एडीसी की अध्यक्षता में की जा चुकी है. वहीं, आज सीएमओ ऊना डॉ. रमन शर्मा ने क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात शिशु विशेषज्ञों, एमओएच और स्वास्थ्य अधीक्षक के साथ भी बैठक कर आगामी रणनीति तैयार की.
डीसी की अध्यक्षता में होगी अगली बैठक
सीएमओ ऊना डॉ. रमन कुमार शर्मा ने कहा है कि जल्द ही डीसी की अध्यक्षता में एक अन्य उच्च स्तरीय बैठक कर तीसरी लहर के प्रबंधन को लेकर विचार मंथन भी किया जाएगा और प्रबंधों पर विशेष फोकस रहेगा.
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