ऊनाः जिला के सरकारी अस्पताल के चार कोरोना योद्वाओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ऊना अस्पताल को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है. अस्पताल में सिर्फ इमरजेंसी सेवा खुली रहेगी. वहीं, इनमें से दो नर्स डीसी ऊना के संपर्क में आई थी, जिसके बाद डीसी ने एहतियातन के तौर खुद को आइसोलेट कर लिया है.
वहीं, स्वास्थ्य विभाग प्राथमिक कांटेक्ट का पता लगाने में जुट गया है. जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के चार कर्मचारियों समेत आठ कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इनमें अस्पताल में तैनात 40 और 45 वर्षीय दो स्टॉफ नर्स, नेत्र विभाग का एक 45 वर्षीय कर्मी और एक 21 वर्षीय लैब अटेंडेंट कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. ये सभी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे.
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों मेडिकल करवाने के लिए सैकड़ों शिक्षक क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचे थे. ऐसे में अब संपर्क में आने वाले लोगों की संख्या अधिक हो सकती है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग प्राथमिक कांटेक्ट का पता लगाने में जुट गया है.
उपमंडल बंगाणा के खुरवाई की 43 वर्षीय महिला भी कोरोना संक्रमित पाई है. यह भी क्षेत्रीय अस्पताल में उपचार करवा रही थी और फ्लू के लक्षणों के चलते इसका सैंपल हुआ था. ऊना शहर के आर्य नगर का 31 वर्षीय युवक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.
उक्त युवक कुछ दिन पहले बद्दी से लौटा था और इसमें भी फ्लू के लक्षण थे. वहीं, कुटलैहड़ क्षेत्र के टांडा अप्पर का रहने वाला 36 वर्षीय सेना के जवान की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है.
यह सैनिक सिक्किम से लौटा है और संस्थागत क्वारंटाइन में है. गगरेट उपमंडल के घनारी का 34 वर्षीय सेना का जवान कोरोना संक्रमित पाया गया है. जो कि अरुणाचल प्रदेश से आया था और संस्थागत क्वारंटाइन में है.
बता दें कि अस्पताल की दो नर्स कोरोना पॉजिटिव आई है, जोकि डीसी ऊना के संपर्क में आई थी. एहतियातन के तौर पर डीसी ऊना ने खुद को आइसोलेट कर अपना आफिस भी बंद कर दिया है. वहीं, ऊना अस्पताल को भी दो दिन के लिए बंद कर दिया है. अस्पताल का सिर्फ इमरजेंसी सेवा ही खुली रहेगी. अस्पताल के सभी कमरों को सेनिटाइज किया जायेगा. साथ ही 300 के करीब हेल्थ चेकअप करवाने आये अध्यापकों को भो घर पर रहने के अपील की गई है.
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