ऊना: हिमाचल प्रदेश क्रशर उद्योग संघ ने हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा (Crusher Industry Association UNA) माइनिंग को मनी लॉन्ड्रिंग के बराबर रख कर कार्रवाई करने की चेतावनी के सोशल मीडिया पोस्ट पर कड़ा विरोध जताया है. पुलिस के इस पोस्ट के बाद उद्योग संघ के तमाम पदाधिकारियों ने मंगलवार (Himachal police social media post) को जिला स्तर पर बैठक आयोजित करते हुए इस पोस्ट पर नाराजगी जताई. वहीं, जल्द ही प्रदेश स्तर पर इस संबंध में बैठक कर आगामी रणनीति बनाने का ऐलान भी किया.
इस दौरान उद्योग संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा (Crusher Industry Association on Himachal police) पंजाब से हिमाचल आ रहे नशा को रोकने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है. जबकि विकास कार्यों में लगे खनन उद्योग को पुलिस बर्बाद करने के लिए नए-नए षड्यंत्र रच रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने क्रशर (Himachal Police on Drugs) उद्यमियों को सीधे-सीधे तौर पर चोर की संज्ञा दी है, जो निंदनीय है. इसके साथ ही संघ ने मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो पुलिस की यही कार्यप्रणाली आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार पर भारी पड़ने वाली है. जिसका नमूना सरकार हाल ही में हुए उपचुनाव में देख चुकी है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ (Mechanical mining Himachal) जहां संघ मैकेनिकल माइनिंग की (Illegal mining in UNA) अनुमति मिलने की उम्मीद लगाए बैठा था. वहीं, पुलिस द्वारा किए गए इस पोस्ट से उद्योगपतियों की भावनाएं आहत हुई हैं. उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही पुलिस की इस कार्यप्रणाली को न रोका गया, तो प्रदेश भर (HP Police Facebook post on Crusher Industry Association) में हर एक यूनिट को बंद किया जाएगा और सभी विकास कार्यों का जिम्मा पुलिस को सौंप दिया जाएगा.
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