ऊना: कृषि बहुल जिला ऊना में खरीफ फसलों(kharif crops) पर एक बार फिर फॉल आर्मी वर्म कीट(fall army worm insect) का खतरा गहराता जा रहा है. यह कीट(fall army worm insect) एक के बाद एक कई खेतों को अपनी चपेट में लेते हुए हजारों हेक्टेयर भूमि(thousands hectares land) पर खड़ी मक्की की फसल(corn crop) के लिए बड़ा खतरा बन चुका है. फसलों पर इस कीट(fall army worm insect) के हमले ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं.
हालांकि बारिश(rain) इस कीट(fall army worm insect) के खात्मे के लिए सबसे उपयोगी माना जाता है, लेकिन इस बार बारिश भी फसलों पर मंडरा रहे इस खतरे को कम करने में उपयोगी साबित नहीं हो पा रही है. किसानों(farmers) ने प्रदेश सरकार(state government)से उनकी सुध लेने की मांग की है. संकट की घड़ी में किसान लगातार सरकार(state government) की तरफ मदद की आस में टकटकी लगाए देख रहे हैं.
वहीं, दूसरी तरफ जिला भर के तमाम कृषि विशेषज्ञ(agricultural specialist) दफ्तर छोड़ किसानों के साथ खेतों में डटे हुए हैं. यह समस्या इसलिए भी गंभीर हो चुकी है क्योंकि अब मक्की की फसल(corn crop) काफी बड़ी हो चुकी है. ऐसी परिस्थिति में फसल पर कीटनाशक का स्प्रे(insecticide spray) करना भी खतरे से खाली नहीं है. जिसके चलते किसानों को लगातार दूसरे साल भी व्यापक नुकसान होने की आशंका सता रही है.
जिला कृषि अधिकारी डॉ. संतोष कुमारी(district agriculture officer dr. santosh kumari) का कहना है कि मक्की की फसलों(corn crop) पर फॉल आर्मी वर्म कीट(fall army worm insect) ने हमला किया है. इस पर काबू करने के लिए तमाम कृषि विशेषज्ञ(agricultural specialist) दफ्तर छोड़ किसानों के साथ खेतों में जुटे हुए हैं. हालांकि अभी तक काफी नुकसान इस कीट के कारण फसलों को हो चुका है. इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट(detailed report) तैयार कर प्रदेश सरकार(state government) को भी भेजी गई है.
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