ऊनाः आईटीआई प्रशिक्षुओं को अपने पुराने फिजीकल प्रमाण पत्र में शुद्धि कराने का अंतिम मौका दिया जा रहा है. ये जानकारी महिला आईटीआई ऊना के प्रधानाचार्य बीएस ढिल्लों ने दी. उन्होंने कहा कि अगस्त 2014 से पहले पास हो चुके प्रशिक्षणार्थियों के प्रमाण-पत्र में अगर किसी भी प्रकार की त्रुटि है तो वे 12 अक्टूबर 2019 तक मामला संस्थान में प्रस्तुत करें.
प्रधानाचार्य ने बताया कि इस तिथि के बाद प्रमाण पत्र में शुद्धि से संबंधित कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा. और इस तारीख के बाद किसी भी त्रुटि के लिए प्रशिक्षणार्थी खुद जिम्मेदार होगा. उन्होंने बताया कि ये हिदायतें प्रशिक्षण महानिदेशालय, कौशल विकास उद्यमिता मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा जारी की गई हैं.
प्रधानचार्य ढिल्लों ने कहा कि प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षणार्थी अपने साथ पहचान पत्र जरूर लाएं. इस तिथि के बाद अगर कोई भी प्रशिक्षणार्थी अपना प्रमाण-पत्र लेने आता है तो उसको प्रमाण-पत्र तो जरुर मिले जाएगा, लेकिन अगर उसके प्रमाण-पत्र में किसी भी प्रकार की त्रुटि पाई जाती है तो उसे ठीक नहीं किया जा सकेगा.
प्रधानचार्य ने कहा कि निर्धारित तिथि के बाद राष्ट्रीय व्यवसाय प्रमाण-पत्र में किसी भी प्रकार की शुद्धि करना संभव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि महानिदेशालय ने अब फिजीकल सर्टीफिकेट बनाने की प्रकिया बंद कर दी है. अब आईटीआई पास प्रशिक्षणार्थियों को ई-प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है.
ये भी पढ़ें- ऊना में चोरों ने सोने के गहनों पर किया हाथ साफ, जांच में जुटी पुलिस