सोलन: शहर सोलन में सफाई कर्मियों का अपनी मांगों को लेकर विरोध जारी है. वहीं, अब सफाई कर्मियों के पक्ष में कांग्रेस भी उतर आई है. शहरी कांग्रेस ने उनकी मांगों को लेकर नगर परिषद कार्यालय का घेराव किया और सफाई कर्मियों को कार्यकारी अधिकारी द्वारा अपमान जनक शब्द कहने का विरोध जताया.
शहरी कांग्रेस ने कार्यकारी अधिकारी को चेतावनी दी है कि उनके द्वारा सफाई कर्मियों को अनपढ़ और गंवार कहा गया है, जो उनका अपमान है. इसके लिए अधिकारी को माफी मांगनी होगी. ऐसा नहीं किए जाने पर शहरी कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी.
शहरी कांग्रेस अध्यक्ष अंकुश सूद ने कहा कि सफाई कर्मियों की वजह से सोलन शहर साफ और स्वच्छ है. इस कोरोना संकट में उनका मनोबल बढ़ाने की जरूरत है. देश के प्रधानमंत्री भी उनके कार्य की सराहना कर रहे हैं, लेकिन कार्यकारी अधिकारी उन्हें अपमानित कर रहे है, जो बेहद निंदनीय है.
अंकुश सूद ने कहा कि जहां एक तरफ पूरे देश में सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धाओं के रूप में सम्मानित करके उनका मनोबल बढ़ाया जा रहा है. वहीं, सोलन में सफाई कर्मियों को अपशब्द कहे जा रहे हैं, जिसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा. शहरी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कार्यकारी अधिकारी जल्द से जल्द अपने इन शब्दों को वापस ले वरना हर स्थान पर उनका घेराव किया जाएगा.
गौरतलब है कि इस समय सोलन शहर में 15 वार्ड हैं और सफाई का जिम्मा करीब 200 सफाई कर्मचारियों के पास है. जिसमें से 80 के करीब रेगुलर हैं और बाकी सीएलसी (शहरी आजीविका मिशन) के तहत लगे हुए हैं. घर-घर से कूड़ा उठाने सहित शहर में सफाई की जिम्मेदारी भी इनके पास हैं. यदि इसी तरह नप के सफाई कर्मचारी धरने पर बैठे तो शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा जाएगी और संक्रमण के फैलने का भी खतरा बढ़ सकता है.
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