सोलन : आज डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्विद्यालय नौणी में प्रोग्रेसिव एग्री लीडरशिप समिट कार्यक्रम का आयोजन (Progressive Agri Leadership Summit in Solan)किया गया. इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्यपालन पुरुषोत्तम रूपाला ने मुख्य अतिथि के रूप में (Union Minister Purushottam Rupala in Solan)शिरकत की.केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि किसान नेता किसानों के दिशा दर्शन के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं .इसी के चलते पूर्व कृषि मंत्री एवं किसान नेता ओम प्रकाश धनकड़ लगातार कार्य कर रहे. उन्होंने कहा कि उन्हीं के प्रयासों के चलते आज किसान मेला आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि जो सपना पीएम मोदी ने देश के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए देखा. उस लक्ष्य को लगातार हासिल करने का प्रयास किया जा रहा. उन्होंने कहा कि किसान जिस तरह से किसानी के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, वह प्रशंसा योग्य है.
वहीं, वहीं, हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल और पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की.इस मौके पर हिमाचल के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर भी मौजूद रहे. इस मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जिस तरह से मेले में किसानों की सफलता की कहानी यहां पर दिखाई गई, वो एक नई सोच आने वाले समय मे किसानों को देगी.उन्होंने कहा कि आज पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के किसानों की सफलता की कहानियां यहां पर दिखाई गई.
उन्होंने कहा हिमाचल एक पहाड़ी क्षेत्र और यहां पर अपनी समस्याएं है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एग्रीकल्चर के बजाए हॉर्टिकल्चर के क्षेत्र में आगे बढ़ा. उन्होंने कहा कि आज हॉर्टिकल्चर के क्षेत्र में पूरे देश मे हिमाचल का तीसरा स्थान. वहीं ,विश्व स्तर पर 10 वें स्थान पर हिमाचल है.उन्होंने कहा कि हिमाचल में क्रॉप डायवर्सन में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है. वहीं, किसानों की आय कैसे दोगुनी की जाए इसके लिए कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हिमाचल में अब तक प्राकृतिक खेती से 1 लाख 53 हजार से ज्यादा किसान जुड़ चुके हैं.वहीं ,1 लाख बीघा से ज्यादा क्षेत्रफल पर खेती की जा रही.
उन्होंने कहा कि अगले वर्ष प्रदेश की हर पंचायत को प्राकृतिक खेती से जोड़ (Promotion of natural farming in Himachal)दिया जाएगा अभी तक प्रदेश की 3516 पंचायत जुड़ चुकी.वहीं, प्राकृतिक खेती प्रदेश की सभी 3615 पंचायत जुड़े इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. वहीं, उन्होंने सड़क पर छोड़े जा रहे गोवंश को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा प्रदेश की सड़कों पर कोई भी व्यक्ति गोवंश न छोड़े इसके लिए सख्त कानून बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस बात का पता लगा रही है कि आखिर क्यों सड़कों पर गोवंश छोड़ा जा रहा. शिखर सम्मेलन का उद्देश्य पेरी कृषि में उपलब्ध अवसरों और इसके प्रचार के लिए सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर चर्चा करना था.
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