सोलन: प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच भी सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इन सड़क हादसों का मुख्य कारण वाहन की तेज रफ्तार होता है. ऐसे में सोलन पुलिस ने तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
सड़क हादसों में इजाफा
सोलन में फोरलेन निर्माण के बाद इस पर तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने वालों की संख्या बढ़ गई है. पुलिस के अनुसार तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने के कारण बहुत सी दुर्घटनाएं हो जाती हैं. इन दुर्घटनाओं की संभावनाओं को काम करने के लिए सोलन पुलिस इन दिनों स्पीडोमीटर के साथ सोलन में गाड़ियों की रफ्तार को माप रही है और तेज रफ़्तार से गाडी चलाने वालों के चालान भी काट रही है.
वाहन की तेज रफ्तार सड़क दुर्घटना का कारण: ट्रैफिक इंचार्ज
इस संबंध में ट्रैफिक इंचार्ज सब इंस्पेक्टर कमल शर्मा ने बताया कि वाहन दुघटनाओं के मुख्या कारण गाड़ियों की तेज रफ्तार होती है. इसलिए विशेष अभियान के तहत पुलिस इन दिनों तेज रफ्तार गाड़ियों के चालान कर रही है ताकि भविष्य में वाहन दुर्घटनाओं की संभावना कम रहे.
ट्रैफिक नियम तोड़ने पर कार्रवाई
बता दें कि कालका शिमला एनएच पर फोरलेन के निर्माण के बाद से लगातार गाड़ियों की रफ्तार सड़कों पर बढ़ती जा रही है. ज रफ्तार पर शिकंजा कसने के साथ-साथ सोलन पुलिस नियमों की अवहेलना करने वालों पर भी लगातार शिकंजा कस रही है. वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाने की बात हो या फिर दोपहिया वाहन पर बिना हेलमेट के चलाने की सोलन पुलिस लगातार मुहिम के तहत लोगों पर शिकंजा कस उन्हें जागरूक भी कर रही है.
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