बद्दी: औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में दभोटा माजरा गांव में स्थित एक औद्योगिक प्लांट की कथित लापरवाई से फैल रहे प्रदूषण को लेकर एक संस्था के पदाधिकारियों द्वारा प्लांट का जायजा लिया गया, जहां कचरा निपटान की प्रक्रिया संतोष जनक नहीं पाई गई. ग्रामीणों ने संस्था के समक्ष प्लांट की लापरवाई से फैल रहे प्रदूषण का मुद्दा उठाया साथ ही इस प्रदूषण से निजात दिलाने की भी अपील की.
इस दौरान प्लांट में कई तरह की खामियां देखने को मिली, जिसमें प्लांट में गाड़ियों के वॉशिंग एरिया में खुले में प्रदूषित पानी एक जगह पर इकट्ठा दिखाई दिया. इसके साथ ही बारिश के पानी की निकाशी होती है, जिसमें यह आशंका जताई गई कि बारिश के दौरान यह केमिकल बारिश के पानी से मिलकर नालियों में जा सकता है. साथ ही प्लांट में जिन-जिन स्थानों पर ड्रम की धुलाई की जाती है उसके आसपास बाउंड्री न होने के चलते आसपास गंदगी ही गंदगी दिखई दी.
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ग्रामीणों का कहना है कि यह उद्योग पिछले 12 सालों से उनके गांव में लगा है. पहले शुरू में उद्योग से किसी प्रकार का भी प्रदूषण नहीं हो रहा था, लेकिन पिछले कुछ समय से उद्योग द्वारा आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण फैलाया जा रहा है. जिसके चलते गांव के कुएं तक दूषित हो चुके हैं. अलाम यह है कि प्रदूषण के चलते कई लोग बीमार हो चुके हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार और प्रशासन से मांग की है कि इस उद्योग के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए अन्यथा ग्रामीण आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे. वहीं, प्लांट के संचालक सुदर्शन से जब बात की गई तो उनके द्वारा सभी आरोपों को नकार दिया गया. साथ ही उन्होंने प्लांट से किसी भी प्रकार का प्रदूषण न फैलने की बात कही.
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